अगले तीन महीने में बरेली रीजन को ई-बसों का आवंटन शुरू हो जाएगा। इन बसों के संचालन के लिए बदायूं में दातागंज रोड स्थित वर्कशॉप में चार्जिंग स्टेशन बनाने का काम शुरू हो गया है।
रोडवेज के बेड़े में जल्द ई-बसें शामिल की जाएंगी। शासन स्तर पर ई-बसों की खरीद और निजी कंपनियों की ई-बसों की सेवाएं अनुबंध पर लेने की प्रक्रिया शुरू होने के साथ स्थानीय स्तर पर इनके संचालन की तैयारियां होने लगी हैं। बरेली रीजन का पहला ई-बस चार्जिंग स्टेशन बदायूं में बनाया जाएगा। दूसरे चरण में बरेली के पुराना रोडवेज बस अड्डे को ई-बस डिपो के रूप में विकसित किया जाएगा। पहले चरण में रीजन को दो खेप में 50 ई-बसें मिलनी हैं।
अगले तीन महीने में रीजन को ई-बसों का आवंटन शुरू हो जाएगा। इन बसों के संचालन के लिए बदायूं में दातागंज रोड स्थित वर्कशॉप में 50 बसों का चार्जिंग स्टेशन बनाने का काम शुरू हो गया है। काम सितंबर तक पूरा किया जाना है। पहली खेप में मिलने वाली सभी 50 ई-बसों को फिलहाल बदायूं से ही संचालित करने की योजना है।
ई-बसों का संचालन अप-डाउन 600 किमी रूट पर किया जाएगा। दिल्ली रूट पर साहिबाबाद और आगरा रूट पर मथुरा में ई-बस चार्जिंग स्टेशन का काम पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में बरेली के पुराने बस अड्डे पर चार्जिंग स्टेशन बनाया जाएगा। लखनऊ रूट पर लखनऊ और सीतापुर में भी चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे।
इज्जतनगर से सामान्य बसों के संचालन की तैयारी
इज्जतनगर में 16.78 करोड़ से निर्माणाधीन रोडवेज बस अड्डे से बसों के संचालन की तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। सेटेलाइट और पुराना रोडवेज बस अड्डा से पीलीभीत, खटीमा, टनकपुर समेत दिल्ली, हल्द्वानी और उत्तराखंड के अन्य रूटों की बसों को इज्जतनगर में शिफ्ट किया जाएगा। रोडवेज ने इसके लिए कार्ययोजना पर काम शुरू कर दिया है।
सेवा प्रबंधक धनजीराम ने बताया कि पहले चरण में रीजन को कम से कम 50 ई-बसें मिलनी हैं। पहला ई-बस चार्जिंग स्टेशन बदायूं में बनाया जा रहा है। इन बसों का बदायूं से ही अप-डाउन 600 किमी तक के रूटों पर संचालन किया जाएगा। दूसरे चरण में शहर के पुराना बस अड्डा को ई-बस डिपो और चार्जिंग स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा।