इटावा और मैनपुरी सीटों पर बीते 12 दिनों से चुनावी घमासान मचा हुआ है। वहीं, इस सबके बीच मैनपुरी की किशनी और इटावा शहर स्थित नुमाइश पंडाल में रविवार को गृहमंत्री अमित शाह जनसभा करके दोनों सीटों के प्रत्याशियों को मजबूती का प्रयास करेंगे।
सपा का गढ़ कही जाने वाली इटावा और मैनपुरी लोकसभा सीटों पर भाजपा पूरी ताकत लगाए हुए है। अभी तक दोनों लोकसभा क्षेत्रों में सवर्ण और पिछड़ी जाति से आने वाले सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ ही चार मंत्री चुनावी सभाएं कर चुके हैं।
वहीं, अब दोनों लोकसभा क्षेत्रों को एक ही दिन में मथने के लिए रविवार को गृहमंत्री अमित शाह मैनपुरी के किशनी और इटावा शहर के नुमाइश पंडाल पर जनसभा को संबोधित करेंगे। यादवलैंड में आने वाली इटावा और मैनपुरी लोकसभा सीटों पर चुनाव बड़ा ही रोचक बना हुआ है।
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद हो रहे पहले लोकसभा के चुनाव में भाजपा इस बार इटावा लोकसभा सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने के प्रयास में है। वहीं सपा भी इस सीट को फिर अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है। वहीं, वर्ष 1996 से सपा का सबसे मजबूत दुर्ग रही मैनपुरी सीट को भी हथियाने के लिए भाजपा ताकत लगाए हुए है।
दोनों ही सीटों पर मचा हुआ है चुनावी घमासान
हालांकि, सपा भी कोई कसर नहीं छोड़ रही है। बीते 12 दिनों से दोनों ही सीटों पर चुनावी घमासान मचा हुआ है। मैनपुरी सीट से भाजपा प्रत्याशी प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह के 15 अप्रैल को हुए नामांकन के बाद चुनाव जनसभा में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भाजपा के पक्ष में माहौल बनाया था।
सभाएं कर जुटा रहे हैं समर्थन
इसके बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, खेल राज्य मंत्री गिरीश यादव, राज्यमंत्री अजीत पाल सिंह मैनपुरी में सभा करके प्रत्याशी के लिए समर्थन जुटा चुके हैं। वहीं इटावा लोकसभा सीट से प्रत्याशी प्रो. रामशंकर कठेरिया की नामांकन सभा में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, राज्यमंत्री अजीत पाल आ चुके हैं। कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, राज्यमंत्री गिरीश यादव भी सभाएं कर चुके हैं।
ठाकुरों को एक होने का संदेश दिया था
उधर, सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जसवंतनगर में 25 अप्रैल को सभा करके मैनपुरी व इटावा के पिछड़े, दलितों और सवर्णों को साधने का प्रयास कर चुके हैं। 25 अप्रैल को इटावा लोकसभा की सिकंदरा विधानसभा में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी जनसभा को संबोधित करके ठाकुरों को एक होने का संदेश दिया था।
सपा ने जनसभाएं करना तेज कर दिया
वहीं, भाजपा को अति सक्रिय देखकर सपा ने अपने ही गढ़ में घर-घर जनसंपर्क के साथ जनसभाएं करना तेज कर दिया है। तीन दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव मैनपुरी से सपा प्रत्याशी डिंपल यादव के लिए जनसभाएं कर चुके हैं।
दोनों सीटों के प्रत्याशियों को मजबूती का प्रयास करेंगे अमित शाह
इसमें शिवपाल सिंह यादव कार्यकर्ताओं से घर-घर तक पहुंचने की अपील करते नजर आए थे। वहीं इन सबके बीच मैनपुरी की किशनी और इटावा शहर स्थित नुमाइश पंडाल में रविवार को गृहमंत्री अमित शाह जनसभा करके दोनों सीटों के प्रत्याशियों को मजबूती का प्रयास करेंगे।
मैनपुरी की जसवंतनगर और करहल सीट पर भाजपा की नजर
मैनपुरी लोकसभा सीट पर 1996 से सपा का वर्चस्व है। यहां सबसे अधिक लगभग पौन पांच लाख यादव मतदाता होने की वजह से सपा को आसानी से बड़ी जीत मिल जाती है। सपा की जीत में सबसे बड़ी भूमिका जसवंतनगर और करहल विधानसभा क्षेत्र की रहती है।
शिवपाल सिंह यादव का माना जाता है बड़ा प्रभाव
कई सालों से सपा प्रत्याशी को सबसे ज्यादा वोट देने वाली विधानसभा जसवंतनगर है। यहां से विधायक शिवपाल सिंह यादव का बड़ा प्रभाव माना जाता है। यही वजह है कि मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद हुए उपचुनाव में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव को 6,17,625 वोट मिले थे।
सपा को कांटे की टक्कर देने के प्रयास में है भाजपा
वहीं, सपा से ही भाजपा में गए रघुराज सिंह शाक्य के खाते में 3,29,489 वोट आए थे। इसी तरह डिंपल ने 2,88,136 वोटों से भाजपा प्रत्याशी को हरा दिया था। इस बार भाजपा इन दोनों सीटों पर सपा को कांटे की टक्कर देने के प्रयास में है। यही वजह है कि जसवंतनगर में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभा की थी। अभी कई अन्य बड़े स्टार प्रचारक भी जसवंतनगर को साधने का प्रयास कर सकते हैं।