गोरखपुर व फूलपुर में निषाद पार्टी, पीस पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल, वामपंथी पार्टियों समेत भाजपा विरोधी ताकतें सपा के समर्थन में आ गई थीं। यद्यपि इनका ज्यादा राजनीतिक आधार नहीं है तो भी इनके समर्थन से माहौल बना था। ऐसी कोशिशें चल रही हैं कि इन दलों को महागठबंधन का हिस्सा बनाया जाए। इस संबंध में फैसला सपा और बसपा नेतृत्व को करना है।