योगी आदित्यनाथ सरकार-2.0 के पहले 100 दिन पांच जुलाई को पूरे हो रहे हैं। चार जुलाई यानी सोमवार को सरकार जनता के बीच अपना पहला रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करेगी। यह प्रगति रिपोर्ट सरकार की रफ्तार का भी आकलन कराएगी, क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा द्वारा घोषित लोक कल्याण संकल्प पत्र के अधिकांश संकल्पाें को मात्र दो वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य तय किया है।
भाजपा सरकार और संगठन के समन्वित प्रयास 2024 के लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत के लिए शुरू हो चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी विभागों को शपथ लेते ही निर्देशित कर दिया था कि 100 दिन, छह माह, एक वर्ष के लक्ष्य निर्धारित करने के साथ ही पांच वर्ष के लिए वर्षवार कार्ययोजना बना लें। उन्होंने कमर कसी है कि लोकसभा चुनाव से पहले ही लोक कल्याण संकल्प पत्र की अधिकांश घोषणाओं को पूरा कर दिया।
इसके पीछे उद्देश्य यही है कि जनता को यह संदेश दिया जा सके कि डबल इंजन की सरकार यानी प्रदेश और केंद्र में समान सरकार होने पर विकास योजनाएं कितनी तेजी से पूरी होती हैं। इस बार प्रदेश सरकार के मंत्रियों के कामकाज की परख भी इसी के आधार पर की जानी है। हाल ही में बैठक कर मुख्यमंत्री ने कहा था कि 100 दिन के जो भी संकल्प हैं, वह 30 जून तक हर हाल में पूरे हो जाएं। सभी विभाग अपनी तैयारी पूरी कर चुके हैं।
मंत्रियों ने प्रगति रिपोर्ट तैयार करा ली है। चार जुलाई को सीएम योगी राज्य स्तर पर, जबकि सभी मंत्री जिलों में जनता के बीच 100 दिन का सरकार का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करने के साथ ही अगले छह माह की कार्ययोजना भी साझा करेंगे। यह रिपोर्ट काफी हद तक स्पष्ट कर देगी कि दो वर्षों में पांच वर्ष के लक्ष्य पूरे करने की दिशा में योगी सरकार किस गति से आगे बढ़ रही है।