लखनऊ। जहरीली शराब की बिक्री पर रोक लगाने के शासन के निर्देश के बावजूद राजधानी में धड़ल्ले से यह अवैध कारोबार जारी है। इसका नतीजा है कि शुक्रवार को जहरीली शराब पीने से बंथरा में तीन लोगों की मौत हो गई। इस घटना के पीछे पुलिस और आबकारी विभाग की लापरवाही उजागर हुई है।
ये है पूरा मामला-
दरअसल, रसूलपुर गांव निवासी सुंदरलाल, मोहम्मद अक्षय तथा लतीफ नगर निवासी राजकुमार ने गुरुवार देर शाम में शराब खरीद कर पी थी। इसके बाद तीनों घर लौट आए थे, देर रात में तीनों की हालत बिगड़ गई वहीं। एक अन्य युवक भी बीमार हो गया। आनन फानन परिवारजन चारों को लेकर निजी अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया। वहीं, एक की हालत गंभीर बनी हुई है। प्रारंभिक छानबीन में लतीफ नगर निवासी एक कोटेदार की भूमिका सामने आई है। बताया जा रहा है कि कोटेदार देशी ठेके से शराब खरीदकर ले जाता था और उसे लोगों को बेचता था। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि कोटेदार शराब में खुद मिलावट करता था या उसे कोई उपलब्ध कराता था। उधर, जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत होने के बाद गांव में कोहराम मच गया बड़ी संख्या में पुलिस गांव में तैनात की गई है। पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं-
राजधानी में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत का या कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी 50 से अधिक लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो चुकी है। बावजूद इसके पुलिस प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों का सही से निर्वहन नहीं करता, जिससे ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। खास बात यह है कि लोगों की मौत के बाद पुलिस, आबकारी विभाग और जिला प्रशासन एक दूसरे पर लापरवाही का आरोप लगाकर पल्ला झाड़ लेते हैं।