ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने मेरठ के एसपी अखिलेश नारायण सिंह के ‘पाकिस्तान जाने’ के बयान पर खरी-खोटी सुनाई. ओवैसी ने कहा, ‘लोगों ने तुम्हारी वर्दी देख कर इज्जत देते हुए छोड़ दिया. 1857 में मेरठ से ही हिंदू-मुसलमानों ने मिलकर अंग्रेजों को गोली मारी थी. एसपी साहब आपकी गोलियां खत्म हो जाएंगी, पर हम खत्म नहीं होंगे. अब दूसरी हिज़रत नहीं होगी. हम कहीं नहीं जाएंगे.’
गौरतलब है कि मेरठ में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान जाने के लिए कहने वाली टिप्पणी को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बंटी हुई दिखाई दी. उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जहां मेरठ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) का बचाव किया, वहीं केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने उनके खिलाफ ‘तत्काल कार्रवाई’ की मांग की.
उत्तर प्रदेश के भाजपा नेताओं द्वारा मेरठ के एसपी अखिलेश नारायण सिंह का बचाव करने के बाद भी शनिवार को मुंबई में नकवी ने कहा, “अगर यह बात सही है, तो यह निंदनीय है. अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए.” उमा भारती ने भी सिंह का बचाव किया है. भाजपा की वरिष्ठ नेता ने कहा, “मैं मेरठ शहर के एसपी के साथ खड़ी हूं.”
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को मेरठ एसपी ने पाकिस्तान चले जाने को कहा था, जो कैमरे में रिकॉर्ड हो गया. बाद में शनिवार को सिंह ने कहा कि उन्हें मजबूरी में ऐसा इसलिए कहना पड़ा क्योंकि प्रदर्शनकारी ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे थे.
कई प्रमुख राजनीतिक पार्टियों कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और एआईएमआईएम ने पुलिस अधिकारी के बयान पर आपत्ति जताई है.