नई दिल्ली: पीएम मोदी ने गुजरात के कच्छ में किसान आंदोलन को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा. पीएम ने कहा कि दिल्ली के पास किसानों को डराया जा रहा है उन्हें भ्रमित किया जा रहा है. जमीन पर कब्जे का भ्रम फैलाया जा रहा है. कुछ लोग किसानों के कंधों पर बंदूक रख कर चले रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि विरोध करने वाले किसानों को गुमराह कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसानों का हित ही मेरा एजेंडा है. आज भ्रमित करने वाले कल कानून के समर्थन में थे. उन्होंने कहा कि भरोसा है कि विपक्ष की साजिश को पराजित करेंगे. किसानों के लिए सरकार की नीयत बिल्कुल साफ है. कृषि सुधार की मांग बरसों से हो रही थी. देश के हर कोने के किसानों ने आशीर्वाद दिया. हमारे लिए किसान सर्वोच्च प्राथमिकता है.
पीएम ने कहा- देश पूछ रहा है कि अनाज और दाल पैदा करने वाले छोटे किसानों को फसल बेचने की आजादी क्यों नहीं मिलनी चाहिए. कृषि सुधारों की मांग वर्षों से की जा रही थी. अनेक किसान संगठन भी पहले से मांग करते थे कि अनाज को कहीं भी बेचने का विकल्प दिया जाए. उन्होंने कहा कि आज जो लोग विपक्ष में बैठकर किसानों को भ्रमित कर रहे हैं, वो भी अपने समय में इन सुधारों का समर्थन करते रहे हैं. वो किसानों को बस झूठे दिलासे देते रहे. जब देश ने ये कदम उठा लिया तो वो अब किसानों को भ्रमित कर रहे है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के कच्छ में संबोधित करते हुए मंगलवार को कहा कि यह देश और दुनिया के पर्यटन का आज केन्द्र बन गया है. उन्होंने कहा कि बड़े आपदा ने भी यहां के लोगों के मनोबल को नहीं गिरा पाया और आज कच्छ की पहचान बदल गई है. पीएम मोदी ने कहा- आज कच्छ देश के सबसे तेज़ी से विकसित होते क्षेत्रों में से एक है. यहां की कनेक्टिविटी दिनों दिन बेहतर हो रही है. उन्होंने कहा कि खावड़ा में नवीकरणीय ऊर्जा पार्क हो, मांडवी में डिसेलिनेशन प्लांट हो, और अंजार में सरहद डेहरी के नए ऑटोमैटिक प्लांट का शिलान्यास, तीनों ही कच्छ की विकास यात्रा में नए आयाम लिखने वाले हैं. इसका बहुत बड़ा लाभ यहां के मेरे आदिवासी भाई-बहनों, यहां के किसानों-पशुपालकों, सामान्य जनों को होने वाला है.
उन्होंने कहा कि आज कच्छ ने न्यूज एज टेक्नॉलोजी और न्यूज एज इकॉनोमी दोनों ही दिशा में बहुत बड़ा कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि कच्छ में नर्मदा का पानी पहुंचा रहा है. कच्छ सोलर प्रोजेक्ट से एक लाख लोगों को रोजगार मिला है. कच्छा में सिंगापुर से भी बड़ा सोलर पार्क है. पीएम मोदी ने कहा कि कच्छा ने निराशा को आशा में बदला.
कच्छ के मांडवी में प्रस्तावित विलवणीकरण संयंत्र के साथ समुद्री जल को पीने के पानी में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है. यह संयत्र 10 करोड़ लीटर प्रति दिन की क्षमता (100 एमएलडी) के साथ नर्मदा ग्रिड, सौनी नेटवर्क और अपशिष्ट जल शोधन बुनियादी ढांचे के पूरक के रूप में गुजरात में जल सुरक्षा की स्थिति को मजबूत बनाएगा. यह देश में टिकाऊ और सस्ते जल संसाधन संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा.
मुंद्रा, लखपत, अबडासा और नखत्राणा तालुका के क्षेत्रों के लगभग 8 लाख लोगों को इस संयंत्र से साफ पीने का पानी मिल सकेगा. भचाऊ, रापर और गांधीधाम के ऊपरी जिले भी इसके बचे हुए पानी का इस्तेमाल कर सकेंगे. यह दाहेज (100 एमएलडी), द्वारका (70 एमएलडी), घोघा भावनगर (70 एमएलडी) और गिर सोमनाथ (30 एमएलडी) के साथ गुजरात के पांच प्रस्तावित विलवणीकरण संयत्रों में से एक होगा.
गुजरात के कच्छ जिले के विगहाकोट गांव के पास हाइब्रिड अक्षय ऊर्जा पार्क देश का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन पार्क होगा. यहां नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन 30 गीगावॉट तक पहुंचेगा. 72,600 हेक्टेयर से भी ज्यादा बड़े क्षेत्र में फैले इस पार्क में पवन और सौर ऊर्जा संचय के लिए एक समर्पित हाइब्रिड पार्क क्षेत्र होगा इसके साथ ही पवन ऊर्जा पार्क की गतिविधियों के लिए भी यहां एक विशेष क्षेत्र होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात में किसानों और मछुआरों की जिंदगी बदली है. डेयरी ने यहां के कृषि पालकों कि जिंदगी को बेहतर किया है. उन्होंने कहा कि दूध आधारित उद्योग का गुजरात में विकास हुआ है. गुजरात के बन्नी भैंस की दुनिया में मांग बढ़ी है.