अभी कुछ समय पहले ही गाेबिंद सिंह लोंगोवाल को दोबारा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) का अध्यक्ष चुना गया है. यहां एसजीपीसी के जनरल इजलास (आमसभा) में उनको दोबारा प्रधान चुने जाने का ऐलान किया गया. राजिंदर सिंह मेहता को वरिष्ठ उपाध्यक्ष (सीनियर वाइस प्रेसीडेंट) चुना गया. यहां बुधवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की आम सभा की बैठक में पदाधिकारियों का चुनाव किया गया. गोविंद सिंह लोंगोवाल को दोबारा अध्यक्ष चुना गया. एसजीपीसी के पूर्व अध्यक्ष बीबी जागीर कौर ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा और आमसभा ने इसका समर्थन किया. इस तरह से लोगोंवाल सर्वसम्मति से एसजीपीसी के प्रधान चुन लिए गए.
एसजीपीसी की आमसभा की बैठक का नजारा: मिली सूचना के आधार पर हम आपको बता दें कि राजिंदर सिंह मेहता एसजीपीसी का सीनियर वाइस प्रेसिडेंट चुना गया. गुरबख्श सिंह जूनियर उपाध्यक्ष और हरजिंदर सिंह धामी महासचिव चुने गए. अंतरिम कमेटी सदस्यों के रूप में भूपेंद्र सिंह हरियाणा, जगसीर सिंह डबवाली, गुरपाल सिंह गोरा बटाला, शेर सिंह मंडवाला, परमजीत कौर , जसमेर सिंह अमरजीत सिंह भलाईपुर, सुरजीत सिंह कंग राजस्थान, इंद्रमोहन सिंह लखमीरवाला, मगबिंदर सिंह खापरखेड़ा, कुलदीप कौर तोहरा को चुने जा चुके है.
तीन शताब्दियां मनाने का मिलेगा अवसर: सूत्रों का कहना है कि सुखबीर बादल ने श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव को सफलतापूर्वक संपन्न करवाने के लिए हाउस की प्रशंसा की गई. उन्होंने कहा कि अगले वर्ष तीन शताब्दियां नवंबर में आएंगी. भगत नामदेव जी का 750वां जन्म शताब्दी आठ नवंबर, बंदी छोड़ दिवस 14 नवंबर व एसजीपीसी की शताब्दी 15 नवंबर को मनाने का ऐलान हो चुका है. अगले एसजीपीसी अध्यक्ष को तीनों शताब्दियां मनाने का अवसर मिलेगा. श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर अनावश्यक खर्चों के सवाल पर दलजीत चीमा ने कहा कि लोग गलत प्रचार कर रहे हैं. संगत को सभी जानकारी दे दी गई है. जितना खर्च शताब्दी मनाने के लिए किया है उतना तो लोग एक विवाह में खर्च कर देते है.