
एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘सैमसंग अब अगले पांच वर्षों में 50 अरब डॉलर (3.7 लाख करोड़) के मोबाइल फोन बनाने की योजना बना रहा है. इसमें से 30 अरब डॉलर के स्मार्टफोन का उत्पादन पीएलआई योजना के तहत किया जाएगा.’ इस बारे में सैमसंग ने क्वेरी का जवाब नहीं दिया है.
देश में बढ़ेगा सैमसंग मोबाइल का प्रोडक्शन-
सरकार को उम्मीद है कि अगले 5 साल में भारत में 11 लाख करोड़ रुपये के मोबाइल फोन्स बनाए जाएंगे. इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (ICEA) के अनुमान के मुताबिक, PLI स्कीम के तहत मोबाइल फोन कंपनियां देश में डिवाइस का प्रॉडक्शन बढ़ाकर 27.5 लाख करोड़ रुपये तक ले जाएंगी. अभी भारत में सालाना लगभग 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के मोबाइल फोन बनते हैं. इसके चलते लगभग 5—6 लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है. सरकार को 2025 तक इस सेक्टर में 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करने और 10 लाख करोड़ रुपये की मैन्युफैक्चरिंग रेवेन्यु क्षमता हासिल होने की उम्मीद है.
सरकार की मेक इन इंडिया पहल के तहत सैमसंग इनका निर्माण करेगा. इसने उत्तर प्रदेश में 12 करोड़ यूनिट तक की वार्षिक हैंडसेट उत्पादन क्षमता के साथ दुनिया के सबसे बड़े मोबाइल फोन कारखाने की स्थापना की है. ICEA के अनुसार, भारत में अभी तक कुल मोबाइल फोन का बाजार मूल्य 2 लाख करोड़ को पार कर गया है. रिसर्च कंपनी IDC के मुताबिक, अप्रैल-जून तिमाही में भारतीय मोबाइल फोन बाजार में सैमसंग की हिस्सेदारी 24 फीसदी रही.
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