राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यालय के साथ – साथ संगठन के नेताओं को वैश्विक आतंकवादी संगठनों द्वारा निशाना बनाया जा सकता है। इसका खुलासा खुफिया एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ने अपने हालिया इनपुट में इसका खुलासा किया है।
इस खुलासे के बाद से हड़कंप मच गया है। खुफिया खुलासे में कहा गया है कि इस हमले के लिए इम्प्रोवाइस्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) या विस्फोटक से लदे वाहन (वीबी-आईईडी) का इस्तेमाल हो सकता है। यह हमला महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान में हो सकता है।
इस महीने जारी किए गए नवीनतम इनपुट में दावा किया गया है कि किसी वैश्विक आतंकी संगठन से जुड़े हुए अज्ञात व्यक्ति आने वाले दिनों में आईईडी या वीबी-आईईडी का उपयोग करके आरएसएस कार्यालयों व नेताओं और पुलिस स्टेशनों को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं।’
समाचार एजेंसी के अनुसार सूत्रों ने दावा किया है कि इसे लेकर सभी राज्य सरकारों को सतर्क कर दिया गया है। साथ ही उन्हें सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने के लिए भी कहा गया है।
एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने दावा किया कि महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, यूपी और असम समेत अन्य राज्यों में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है और पदाधिकारियों की सुरक्षा की भी समीक्षा की जा रही है। आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हमले की रिपोर्ट की कई उदाहरण हैं।
पिछले महीने, बेंगलुरू पुलिस ने दिसंबर में नागरिकता संशोधन कानून 2019 (सीएए) के समर्थन में एक रैली में भाग लेने गए आरएसएस कार्यकर्ता को मारने की कोशिश करने के आरोप में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
आरएसएस कार्यकर्ता वरुण बोपला को इन्होंने चाकू मार दिया था। आरोपियों की पहचान मोहम्मद इरफान, सैयद अकबर, सैयद सिद्दीक अकबर, अकबर बाशा, सनाउल्ला शरीफ और सादिक उल-अमीन के तौर पर हुई थी। पुलिस ने दावा किया था कि इन्होंने एक बड़ी साजिश रची थी।
व्हीकल बॉर्न आईईडी या वीबीआईईडी शब्द का इस्तेमाल कार या ट्रक में रखे गए बम के लिए किया जाता है। इन्हें साइकिल या बाइक पर भी लगाकर इस्तेमाल किया जा सकता है।