मुंबई, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मार्च में हाजिर बाजार में शुद्ध आधार पर 20.101 बिलियन अमरीकी डॉलर की बिक्री की, जिससे मार्च में वह अमेरिकी मुद्रा (US Currency ) का शुद्ध विक्रेता बन गया। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के मार्च 2022 के मासिक बुलेटिन से यह जानकारी मिली है। समीक्षाधीन महीने में, केंद्रीय बैंक ने हाजिर बाजार से 4.315 बिलियन अमरीकी डॉलर की खरीद की और 24.416 बिलियन अमरीकी डॉलर की बिक्री की। वहीं, मार्च 2021 की बात करें तो तब RBI ने 5.699 बिलियन अमरीकी डॉलर की शुद्ध खरीदारी की थी।
फरवरी 2022 में आरबीआई ने 771 मिलियन अमरीकी डॉलर की शुद्ध खरीद की थी। हाजिर बाजार में केंद्रीय बैंक ने 5.946 बिलियन अमरीकी डॉलर खरीदे थे और 5.175 बिलियन अमरीकी डॉलर की बिक्री की थी। आंकड़ों के अनुसार, फॉरवर्ड डॉलर बाजार में मार्च 2022 के अंत में बकाया शुद्ध खरीद 65.791 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी, जबकि फरवरी 2022 में यह 49.106 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी।
वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान RBI ने स्पॉट मार्केट से 68.315 बिलियन अमरीकी डॉलर की शुद्ध खरीदारी की थी। आंकड़ों से पता चला है कि इसने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान हाजिर बाजार से 162.479 बिलियन अमरीकी डॉलर की खरीद और 94.164 बिलियन अमरीकी डॉलर की बिक्री की थी।
आज शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 6 पैसे टूटा
गौरतलब है कि बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 6 पैसे की गिरावट के साथ 77.50 पर पहुंच गया। ऐसे में विदेशी बाजारों में अमेरिकी मुद्रा में तेजी और लगातार विदेशी फंड () के बहिर्वाह से निवेशकों की धारणा प्रभावित होने के कारण हुआ है।
इसके अलावा, विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों ने घरेलू इकाई (रुपया) को प्रभावित किया। हालांकि, घरेलू इक्विटी बाजार में तेजी ने रुपये की गिरावट को सीमित किया है।