पंजाब के किसानों ने अपनी मांगों के लिए छह दिसंबर को दिल्ली कूच का एलान किया है। किसान अभी हरियाणा से लगे शंभू बाॅर्डर पर पक्का मोर्चा लगाकर बैठे हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान किसानों के दिल्ली कूच के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि मुझे समझ नहीं आ रहा है कि किसानों को दिल्ली जाने से क्यों रोका जा रहा है। किसानों को अपनी
राजधानी आने का पूरा अधिकार है। धरने के लिए उनको जगह दी जानी चाहिए। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद उनके साथ बैठक कर उनके मसले हल करें। मान ने कटाक्ष करते कहा कि प्रधानमंत्री यूक्रेन-रूस युद्ध रुकवाने का दावा करते हैं तो किसानों के मसलें हल क्यों नहीं करवा सकते।
मान ने कहा कि किसानों को ट्रेक्टर-ट्राॅली के साथ दिल्ली नहीं जाने दिया जा रहा। अगर वे दिल्ली नहीं जाएंगे तो क्या लाहौर जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतमाला परियोजनाओं के लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य राज्य में सुचारू रूप से चल रहा है। किसानों की अपनी चिंताएं हैं, जिन्हें केंद्र सरकार को संवाद के जरिए हल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र सरकार इन मामलों को हल करने की बजाय ताकत का प्रयोग कर किसानों को डरा-धमका रही है।
मान ने कहा कि फूट डालो और राज करो का एजेंडा गलत है। यह देश के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा की घटनाएं निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। मान ने उपचुनाव में जीत खुशी जाहिर की और कहा कि अब दिल्ली चुनाव के बाद आप दोबारा अपनी सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में आप ने तीन सीटें चब्बेवाल, डेरा बाबा नानक और गिद्दड़बाहा कांग्रेस से छीन ली हैं।
पंजाब भवन के डाइनिंग हॉल का उद्घाटन
इस दौरान मुख्यमंत्री ने पंजाब भवन के ए-ब्लॉक में नये डाइनिंग हॉल का उद्घाटन करते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को यहां के स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेने का अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब अपनी मेहमाननवाजी और लजीज व्यंजनों के लिए जाना जाता है, जो अब दिल्ली के लोगों के लिए उपलब्ध होंगे। मान ने यह भी कहा कि जल्द ही पंजाब भवन के बी-ब्लॉक को भी अपडेट कर आम जनता के लिए भोजन के लिए खोल दिया जाएगा।