डिजिटल इंडिया के दौर में पासपोर्ट बनवाना बहुत ही आसान हो गया। हालही में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एमपासपोर्ट सेवा मोबाईल ऐप लॉन्च की थी, जो लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही है। यह सुविधा शुरू होते ही इस ऐप को 10 लाख से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड कर लिया है। इस बीच गूगल प्ले स्टोर पर इससे मिलती-जुलती कई ऐप आ गई हैं, जो लोगों को भटका रही है। भटकाने के साथ ही साथ ऐसी ऐप के जरिए आपकी जानकारी चोरी होने का भी खतरा बना हुआ है। इस खबर के जरिए हम आपको कुछ ऐसी जानकारी दे रहे हैं, जिसके जरिए आप असली और नकली ऐप में फर्क कर सकते हैं।
-mPassport Seva यह विदेश मंत्रालय की वास्तविक ऐप है। इसे सीपीवी डिवीजन द्वारा जारी किया गया है। डाउनलोड करने से पहले डेवलपर का नाम और 1 मिलियन डाउनलोड का आंकड़ा जरूर चैक करें।
-Passport Seva सरकारी ऐप के जैसे ये नाम आपको परेशानी में डाल सकती है। यहां पर mPassport seva की जगह सिर्फ Passport Seva लिखा है। इसके विस्तृत वर्णन में आपको अपॉइंटमेंट अवेलिबिलिटी, पासपोर्ट स्टेटस, फीस कैल्कुलेटर जैसे लिंक मिलेंगे।
-Passport Seva Quick यह ऐप भी आपको हूबहू सरकारी ऐप जैसी ही दिखेगी, लेकिन इस एप में ही जानकारी दी गई है कि यह सरकार नहीं है। इसमें असली एप की तरह अपॉइंटमेंट बुकिंग, स्टेटस आदि के लिंक दिए गए हैं।
-Online Passport Services and Seva यह वास्तविक पासपोर्ट ऐप नहीं है, लेकिन इसमें भी आपको पासपोर्ट अपॉइंटमेंट, रजिस्ट्रेशन और स्टेटस आदि की जानकारी देने का दावा किया गया है।