आज तक तो आपने अपने जीवन में नागा साधुओं की रहस्यमई दुनिया से जुड़े किस्से कहानियों के बारे में ही सुना होगा। ऐसा कहा जाता है कि एक व्यक्ति को नागा साधु बनने के लिए तरह तरह की परिस्थितियों से होकर गुजरना पड़ता है। इसके साथ ही साथ कई नियम और कानून का पालन भी उन्हें करना पड़ता है। पर क्या आपने कभी महिला नागा साधुओं के बारे में सुना है..? क्या आपको यह बात मालूम है कि एक महिला को नागा साधु बनने के लिए क्या क्या करना पड़ता है..? अगर आपको नहीं पता तो चलिए आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से उन्हीं चीजों के बारे में बताने वाले हैं जो कि एक महिला को नागा साधु बनने के लिए करना पड़ता है।
इस बात का निर्णय हो जाने के बाद जब एक महिला को नागा साधु बनने की इजाजत मिल जाती है तब उस महिला साधु का सबसे पहले मुंडन कराया जाता है। मुंडन कराए जाने के बाद उस महिला को इस बात को सुनिश्चित करना पड़ता है कि वह अब अपने परिवार से पूरी तरह से अलग हो चुकी है और उसे अब अपने परिवार के किसी सदस्य से किसी भी तरह का मोह माया नहीं है।
जब एक महिला पूरी तरह से अपने परिवार वालों के मोह माया से दूरियां बना लेती है तब कुंभ में नागा साधु के साथ महिला को भी चाहिए स्नान करवाया जाता है। एक महिला के नागा सन्यासी बन जाने के बाद उनका काफी ज्यादा सम्मान किया जाता है। आपको बता दें कि नागा साधु बनने वाले पुरुष जहां बिना कपड़ों के रहा करते हैं वहां महिलाओं को कपड़े पहनने की इजाजत हुआ करती है। एक महिला नागा साधु को हमेशा पीला वस्त्र धारण करने की इजाजत होती है। जब एक महिला नागा सन्यासी बन जाती है तब उसको माता की उपाधि दे दी जाती है जिसके बाद हर एक व्यक्ति उस महिला को माता कहकर बुलाते हैं।