Omg…तो इस कारण होता है मिसकैरेज,सच्चाई जानकर जायेंगे चौंक

गर्भधारण के प्रथम 3 महीने में गर्भपात होने की संभावना सबसे ज्यादा रहती है। गर्भधारण की प्रथम 20 दिन अधिकांश गर्भवती महिलाओं को इस बात की जानकारी नहीं होती है कि वह गर्भवती है।  इसी वजह से गर्भधारण के बाद महिलाओं को जो सावधानियां बरतनी चाहिए वह नहीं बरतती है जिस वजह से गर्भपात होने की संभावना बढ़ जाती है। 

इसके अलावा गर्भधारण के और भी कई वजह होती है उदाहरण के लिए यह जेनेटिक कारणों से,  या प्लासेंटा की स्थिति सही ना होने की वजह से,  या फिर विजयनगर में इंफेक्शन की वजह से,  डायबिटीज या भारत के वजह से भी  गर्भपात की संभावना बनती है। 

प्रथम ट्राइमेस्टर में होने वाले 90% गर्भपात की वजह जेनेटिक कारण होता है। इसके साथ ही ज्यादा उछल, कूद डांस, दूसरे बच्चे का बहुत जल्दी आना भी गर्भपात होने की दूसरी सबसे बड़ी वजह है। 

इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि कौन-कौन से कारणों से मिसकैरेज होता है और आप किस प्रकार से इसका बचाव कर सकती हैं तथा मिसकैरेज के क्या लक्षण है।

मिसकैरेज के दस कारण

  1. गर्भधारण के प्रथम 3 महीने में गर्भपात होने की सबसे बड़ी वजह है बच्चेदानी में खराबी।  अगर हम आंकड़ों पर नजर डालें तो 30 से 33% मामलों में शादी की समस्या होने की वजह से महिलाओं को गर्भपात का सामना करना पड़ा।  गर्भवती महिला के बच्चेदानी में किसी प्रकार का रोग का संक्रमण है तो गर्भपात होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है। 
  2. अधिकांश मामलों में अगर बच्चेदानी में किसी प्रकार का रोग यह संक्रमण है तो सही इलाज के द्वारा इसे ठीक किया जा सकता है।  लेकिन अगर महिला के बच्चेदानी में पहले से ही कोई खराबी है तो इसे इलाज द्वारा ठीक नहीं किया जा सकता है।  उदाहरण के लिए महिला की बच्चेदानी का एक की बजाये दो भागों में बटा होना। इस परिस्थिति में गर्भ  बच्चेदानी की किसी एक भाग में हो सकता है या दोनों भागों में भी हो सकता है।  

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  3. अगर किसी महिला के बच्चेदानी का आकार  औसत से कम है तो गर्भ में पल रहे शिशु को पूरा पोषण नहीं मिल पाएगा और इस वजह से शिशु का विकास अच्छी तरह नहीं हो पाएगा और गर्भपात होने की संभावना बढ़ जाएगी। 
  4. विश्व स्तर पर हुए शोध में यह पता लगा है कि बहुत से महिलाओं में गर्भधारण के प्रथम 3 महीनों में मिसकैरेज की वजह शराब सिगरेट यह नशीली दवाओं का सेवन भी है।  
  5. कुछ महिलाएं जो किसी लंबी बीमारी के कारण कई वर्षों तक  ऐसी दवाइयों का सेवन करती हैं जिसमें ड्रग्‍स की मात्रा ज्यादा होती है उनमें मिसकैरेज होने की संभावना 2 गुना बढ़ जाती है। 
  6. मिसकैरेज के 50% मामलों में पुरुष  भी जिम्मेदार होते हैं।  अगर पुरुष के वीर्य में किसी प्रकार की खराबी है यानी कि पुरुष के वीर्य में बच्चे बनाने वाले जीवाणु नहीं है या  उनके वीर्य के जींस में किसी प्रकार का वंशानुगत खराबी है तो इस वजह से भी गर्भधारण के बाद मिसकैरिज की संभावना बनी रहती है। 
  7. मिसकैरेज के कुछ मामलों में यह भी पाया गया कि गर्भवती महिला शारीरिक तौर पर गर्भधारण के लिए तैयार नहीं थी।  इसकी वजह शारीरिक कमजोरी या कोई रोग भी हो सकता है।  उदाहरण के लिए उपदंश रोग।  इसमें महिला गर्भवती तो बन जाती है लेकिन अधिकांश मामलों में गर्भपात हो जाता है।  
  8. मधुमेह यानी डायबिटीज की बीमारी से पीड़ित होने की दशा में भी मिसकैरिज की संभावना बनी रहती है।  हलाकि अगर सही तरह से डॉक्टरी इलाज किया जाए तो मिसकैरिज की संभावना को टाला जा सकता है।  शारीरिक रोग जिनकी वजह से मिसकैरेज होने की संभावना रहती है वह इस प्रकार से हैं: 
      • मधुमेह
      • उपदंश
      • क्रानिक नेफराइटिस
      • गुर्दे में खराबी
      • हाई ब्लडप्रेशर
      • बच्चेदानी में रसौली
      • एनीमिया 
      • पोषण की कमी
  9. गर्भवती महिला अगर जहरीली गैस कीटनाशक जा रेडिएशन के संपर्क में आती है तो इस से भी मिसकैरेज होने की संभावना बढ़ जाती है। अगर इस वजह से स्त्री को गर्भपात हुआ है तो उसे अब 3 महीने रुकने के बाद ही गर्भ धारण करना चाहिए।
  10. माता पिता के गुणसूत्र असामान्यताओं के कारण भी  गर्भपात होने की संभावना रहती है। 

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