केरल में हाल ही में निपाह वायरस से 24 वर्षीय युवक की मौत के बाद सरकार एक्शन में आ गई है। केरल सरकार ने मलप्पुरम में कई कंटेनमेंट जोन बनाए हैं और उनमें प्रतिबंध लगा दिए हैं। मलप्पुरम जिले की दो पंचायतों के पांच वार्डों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है और बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र न होने के निर्देश दिए गए हैं।
शाम 7 बजे तक बंद होगी दुकानें
निपाह (Nipah Virus) को तेजी से बढ़ता देख जिला अधिकारियों ने कंटेनमेंट जोन में दुकानें शाम 7 बजे तक बंद करने को कहा है। कंटेनमेंट जोन में सिनेमा हॉल, स्कूल, कॉलेज, मदरसे, आंगनवाड़ी और ट्यूशन सेंटर बंद रहेंगे।
शादियों में भाग लेने वालों की संख्या होगी कम
इस बीच, मलप्पुरम जिले में आंशिक प्रतिबंध लगाए गए हैं। अधिकारियों ने लोगों से सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने को कहा है। जिले में शादियों, अंतिम संस्कारों और अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने वालों की संख्या कम करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
आइसोलेशन में 175 लोग
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने पुष्टि की है कि 9 सितंबर को मरने वाला 24 वर्षीय व्यक्ति निपाह वायरस से संक्रमित था। जॉर्ज ने सोमवार को कहा कि मृतक मरीज की संपर्क सूची में फिलहाल 175 लोग हैं, जिनमें से 74 स्वास्थ्यकर्मी हैं। सभी को आइसोलेशन में रखा गया है।
कई जगह बुखार का सर्वेक्षण शुरू
स्वास्थ्य विभाग ने 66 टीमें बनाई हैं और मृतक के घर के तीन किलोमीटर के दायरे में बुखार का सर्वेक्षण शुरू कर दिया गया है। निपाह संक्रमण के इलाज के लिए मलप्पुरम के एक लड़के की 21 जुलाई को मौत हो गई। यह इस साल राज्य में निपाह संक्रमण का पहला पुष्ट मामला था। कोझीकोड जिले में 2018, 2021 और 2023 में तथा एर्नाकुलम जिले में 2019 में निपाह का प्रकोप देखा गया है।
कोझीकोड, वायनाड, इडुक्की, मलप्पुरम और एर्नाकुलम जिलों में चमगादड़ों में निपाह वायरस एंटीबॉडी की मौजूदगी पाई गई है।