सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के लिए लाख उपाय किेए जाएं लेकिन अधिकारी-कर्मचारी व्यवस्था में हो चुके सुराखों से अपने लिए गुजाइंश निकाल ही लेते हैं। शिवपुरी में किसान से सीधे जुड़ी रहने वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति में तीस साल पहले 500 रुपए की तनख्वाह पर भर्ती हुए कर्मचारी ने वेतन के अलावा ऐसी कमाई की कि उसकी करोड़ों रुपए की संपत्ति हो गई है। कर्मचारी की आज की तारीख में केवल साढ़े बारह हजार महीने तनख्वाह है और तीस साल की सेवा में उसकी वेतन से आय 13 लाख आंकी गई है।
आर्थिक अपराध अन्वेषण प्रकोष्ठ ने शिवपुरी में पेक्स सोसाइटी (प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति) पचावली के समिति प्रबंधक माधुरीशरण पुत्र देवी शरण भार्गव के निवास पर गुरुवार को अलसुबह छापा मारा। इसमें अब तक उसके घर से चार पहिया, दो पहिया वाहनों के साथ सोने-चांदी के जेवरात, कईजमीन जायदाद के दस्तावेज मिले हैं। माधुरीशरण के यहां छापे में अब तक चार मकान, दो दुकान, दो प्लाट, 24 बीघा कृषि जमीन के दस्तावेज मिले हैं।
50 हजार की नकद राशि मिली
इंद्रपुरम पत्नी के नाम दो मंजिला मकान, पचावली में दो मंजिला मकान व एक दुकान, शिवपुरी में एक निर्माणाधीन मकान, पत्नी के नाम 1525, 3000 वर्गफुट के दो प्लाट, पत्नी-पुत्र के नाम कई हेक्टेयर कृषि भूमि, तीन बैंक खाते और 50 हजार रुपए की नकदी मिली है।
भ्रष्टाचार का मामला दर्ज
माधुरीशरण के विरुद्ध एसपी ईओडब्ल्यू ग्वालियर अमित सिंह ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 संशोधित अधिनियम 2018 की धारा 13(1)ख 13(2) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। बताया जाता है कि माधुरीशरण के खिलाफ दो साल से जांच चल रही थी। उनके खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत थी और वहां भी विशेष स्थापना पुलिस द्वारा जांच की जा रही है।