मधेपुरा सांसद दिनेश चंद्र यादव ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात कर मधेपुरा में केंद्रीय विद्यालय खोलने के लिए पुनः आग्रह किया है। सांसद ने लोकसभा में इस बाबत आवेदन देते हुए जल्द से जल्द पहल करने की मांग की है। उसके बाद मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस दिशा में सकारात्मक आश्वासन दिया है। सांसद दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि मेरे संसदीय क्षेत्र अंतर्गत मधेपुरा अत्यंत पिछड़ा जिला है। यहां केंद्रीय विद्यालय नहीं रहने से क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को केंद्रीय विद्यालय की पढ़ाई का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
सांसद ने कहा, यहां पर विद्युत रेल इंजन कारखाना, रेलवे, बैंक, पोस्ट ऑफिस और दूरसंचार विभाग के केंद्रीय कर्मचारी काफी संख्या में कार्यरत हैं। उनके बच्चों की पढ़ाई के लिए केंद्रीय विद्यालय की सुविधा नहीं रहने से उन्हें और उनके बच्चों को काफी आर्थिक व अन्य दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मधेपुरा में केंद्रीय विद्यालय खोले जाने से केंद्रीय कर्मचारियों की परेशानी दूर होगी।
मधेपुरा में 2017 में हुआ था निरीक्षण
मालूम हो कि विगत दो दशक से मधेपुरा में केंद्रीय विद्यालय खोलने की कवायद चल रही है। साल 2017 में केंद्रीय विद्यालय के निर्माण के लिए कई स्थल का निरीक्षण तत्कालीन जिलाधिकारी मो. सोहैल के नेतृत्व में किया गया था। इसके लिए अस्थाई तौर पर तत्काल केंद्रीय विद्यालय का संचालन शहर के केशव कन्या उच्च विद्यालय में करने का काम अंतिम दौर में पहुंच भी गया था। लेकिन बाद में फिर ठंडे बस्ते में चला गया।
वहीं, लोगों का कहना है कि मानिकपुर के आसपास काफी सरकारी जमीन भी उपलब्ध है। स्थानीय लोग वर्षों से मधेपुरा में केंद्रीय विद्यालय खोलने की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर लोगों ने कई बार पत्र भी लिखा है। वहीं, सांसद के द्वारा पत्र लिखे जाने पर एक बार फिर लोगों को उम्मीद जगी है।