केरल के सबरीमाला मंदिर में उग्र प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करने वाले अयप्पा धर्म समिति के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ताराहुल ईश्वर पर भी #MeToo के तहत यौन शोषण का आरोप लगा है. एक जानी मानी आर्टिस्ट ने बताया है कि करीब 14 वर्ष पहले राहुल ने उनके साथ बदसलूकी की थी.
महिला ने बताया कि वर्ष 2003-2004 में वह 12वीं में पढ़ती थीं और उस समय ईश्वर युवाओं के बीच काफी चर्चित थे. तभी एक दोस्त के जरिए उनकी दोस्ती राहुल से हुई, जिससे वह काफी खुश थीं.
उन्होंने बताया, ‘एक दिन ईश्वर ने मुझे अपने घर बुलाया और कहा कि उस समय मेरी मां भी घर पर होगी और हम वहां बैठकर बातें कर सकते हैं.’ महिला ने बताया कि उस समय केरल में बहुत कम फ्लैट हुआ करते थे और ईश्वर उस समय एक फ्लैट में ही रहते थे जो कि पलायम रूट पर बेकरी जंक्शन के पास था. उन्होंने याद करते हुए कहा, वो बिल्डिंग ब्राउन कलर की थी. मैं वहां यह सोचकर गई कि मेरी मुलाकात उनकी मां से भी होगी, लेकिन उनके फ्लैट में जाते ही मुझे अहसास हुआ कि उनकी मां वहां नहीं है. मैं उस समय बहुत छोटी थी इसलिए काफी डर गई.
ईश्वर ने मुझे बताया कि उनकी मां अभी बाहर गई हैं और जल्द ही लौट आएंगी. उन्होंने मुझे बैठने के लिए कहा और एक पॉर्न फिल्म चला दी जिससे मैं असहज महसूस करने लगी. इसके बाद उन्होंने मुझे अपना फ्लैट दिखाया और अपने कमरे में मुझे छूने और किस करने की कोशिश की. मुझे लगा कि मैं वहां फंस गई हूं मैं नहीं जानती थी कि इस पर कैसी प्रतिक्रिया दूं तो मैं पीछे हट गई और उन्हें मना किया. इसके बाद उन्होंने कई बार ऐसी हरकत की जिसके बाद मैं वहां से चली गई.
बाद में मुझे कुछ लोगों से पता चला कि वो महिलाओं के साथ इस तरह की हरकतें करता है. इन दिनों मैं उसे हर जगह (सबरीमाला मंदिर के मामले के चलते) देख रही हूं तो मुझे उससे जुड़ी ये सब बातें याद आ रही हैं. हालांकि इस मामले में राहुल ईश्वर से बात नहीं हो सकी.
बता दें कि हाल ही में राहुल ईशवर ने सबरीमाला मंदिर विवाद को लेकर कहा कि अगर 10 से 50 वर्ष की उम्र महिलाएं मंदिर में प्रवेश करेंगी तो कई लोग अपने हाथ काट लेंगे और सबरीमाला में खून फैला देंगे जिससे मंदिर बंद हो सके.