महाराष्ट्र के वर्धा के पुलगांव स्थित हथियार डिपो में हुए धमाके में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है जबकि एक दर्जन के करीब घायल बताए जा रहे हैं। यह विस्फोट उस वक्त हुआ जब हथियारों को नष्ट किया जा रहा था। यहां स्थित सेंट्रल एम्युनिशन डिपो सैन्य क्षेत्र में सबसे बड़ा डिपो है। आपको यहां पर ये भी बता दें कि इस डिपो में एंटी टैंक मिसाइल से लेकर ब्रह्मोस मिसाइल तक रखी गई है। इकसे अलावा यहां पर बम, ग्रेनेड, राइफल्स समेत दूसरे हथियार और गोला बारूद रखा गया है। यहां से इन्हें जरूरत के हिसाब से दूसरी जगहों पर भेजा जाता है। यह हथियार डिपो नागपुर से करीब 115 किमी दूर है। बहरहाल, आपको बता दें कि इसी हथियार डिपो में पहले भी धमाका हो चुका है। इसको हथियारों का मक्का भी कहा जाता है।
आगे बढ़ने से पहले आपको यहां पर ये भी बताना जरूरी होगा कि वर्ष 2016 में आई कैग की एक रिपोर्ट में खराब मिसाइलों और गोला बारूद के रखरखाव को लेकर चिंता व्यक्त की थी। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि देश के 16 हथियार डिपो में करीब 47.29 करोड़ रुपये की एक लाख से अधिक ऐसी एंटी टैंक माइंस रखी गई हैं जो खराब हैं। वर्धा के जिस डिपो में इस बार धमाका हुआ है वहां पर इससे पहले खराब एंटी टैंक माइंस के फटने से ही हादसा हुआ था। उस वक्त यहां के 192 शेडस में करीब 333 मैट्रिक टन एंटी टैंक माइंस का जखीरा मौजूद था।
आगे बढ़ने से पहले आपको यहां पर ये भी बताना जरूरी होगा कि वर्ष 2016 में आई कैग की एक रिपोर्ट में खराब मिसाइलों और गोला बारूद के रखरखाव को लेकर चिंता व्यक्त की थी। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि देश के 16 हथियार डिपो में करीब 47.29 करोड़ रुपये की एक लाख से अधिक ऐसी एंटी टैंक माइंस रखी गई हैं जो खराब हैं। वर्धा के जिस डिपो में इस बार धमाका हुआ है वहां पर इससे पहले खराब एंटी टैंक माइंस के फटने से ही हादसा हुआ था। उस वक्त यहां के 192 शेडस में करीब 333 मैट्रिक टन एंटी टैंक माइंस का जखीरा मौजूद था।