म्यांमार में भड़क रही हिंसा

पिछले महीने म्यांमार की सीमा क्षेत्र पर बढ़ते झड़पों के बीच चीन ने संघर्ष विराम का आह्वान किया है। हालांकि, चीन अपनी सीमा पर लाइव-फायरिंग अभ्यास जारी रखेगा जिसका उद्देश्य सैन्य इकाइयों की गतिशीलता, सीमा नियंत्रण क्षमताओं और मारक क्षमता का परीक्षण करना है, ताकि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहे।’

चीन पर काफी हद तक निर्भर म्यांमार

बता दें कि म्यांमार चीन के साथ व्यापार पर बहुत अधिक निर्भर है, जिसमें विशेष रूप से निर्मित वस्तुओं के आयात और कृषि उत्पादों का निर्यात शामिल है। म्यांमार के सीमा क्षेत्र में अशांति चीन के लिए लगातार परेशानी पैदा कर रही है। फिर भी चीन साझा सीमा पर होने वाले संघर्षों से अत्यधिक सावधान और सर्तक हो गया है। बता दें कि इस सीमा पर मादक पदार्थों की तस्करी और लोगों की तस्करी भारी मात्रा में होती है।

चीनी नागरिकों को बनाया जा रहा निशाना 

चीनी पीड़ितों को निशाना बनाकर साइबर अपराध करना एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है। म्यांमार और अन्य देशों में स्थित समूहों और अपराधियों को पकड़ने में चीन लगातार अपनी कोशिश कर रहा है।

सेना का अखबार पीएलए डेली ने कहा, ‘चीन म्यांमार में संघर्षों को लेकर अत्यधिक चिंतित है और जातीय विद्रोही और म्यांमार सुरक्षा बल से स्थिति को सामान्य बनाने के लिए शांतिपूर्ण बातचीत शुरू करने का आग्रह किया है। अखबार ने कहा कि शनिवार को शुरू हुआ लाइव-फायर अभ्यास सैनिकों की जिम्मेदारी और सतर्कता की भावना को बढ़ावा देगा और यह कई दिनों तक जारी रहेगा।

झड़प के बीच बंद हुआ चीन के साथ कानूनी व्यापार

म्यांमार सरकार ने बताया कि चीन के साथ लगभग सभी कानूनी व्यापार को रोक दिया गया है। वहीं, उत्तरी शान राज्य में म्यूज टाउनशिप के पांच प्रमुख व्यापारिक द्वारों में से एक, कीन-सान-क्यावत सीमा द्वार को शनिवार को जब्त कर लिया गया। चीन के साथ इसका सबसे बड़ा व्यापार क्षेत्र है। एक महीने की गहन लड़ाई में गठबंधन बलों द्वारा जब्त की गई यह चौथी सीमा है। चीनी पुलिस ने कथित तौर पर सीमा बाड़ के करीब शरण लिए हुए लोगों को हटाने के लिए आंसू गैस भी छोड़े है।

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