इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 13वां सीजन 19 सितंबर से शुरू होने वाला है। आइपीएल के लिए टीमें अपनी रणनीति तय करने में जुटी हुई हैं, जबकि बीसीसीआइ और आइपीएल गवर्निंग काउंसिल को अगले कुछ दिन में शेड्यूल और स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर चर्चा करनी है। इस बार आइपीएल का आयोजन कोरोना वायरस महामारी की वजह से भारत में नहीं, बल्कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में होना है। हालांकि, यहां भी तमाम तरह के प्रतिबंधों का पालन खिलाड़ियों को करना होगा।
इस बीच रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए एक बुरी खबर सामने आ रही है, जिसमें कहा जा रहा है कि विराट कोहली की कप्तानी वाली आरसीबी और धौनी की कप्तानी वाली सीएसके के बड़े खिलाड़ी आइपीएल 2020 की शुरुआत में टीम के साथ नहीं जुड़ पाएंगे। दरअसल, हाल ही में दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने देश में लॉकडाउन लागू कर दिया है, जिसमें सितंबर के अंत तक अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। ऐसे में खिलाड़ी आइपीएल खेलने कैसे आएंगे, ये चिंता का विषय है।
साउथ अफ्रीका में लगे लॉकडाउन का सीधा सा मतलब ये है कि एबी डिविलियर्स, डेल स्टेन, फाफ डुप्लेसिस और क्विंटन डिकॉक जैसे अन्य साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी आइपीएल के लिए समय से नहीं आ पाएंगे। इस साल की नीलामी में दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों में सबसे बड़ी खरीद क्रिस मॉरिस की हुई थी, जिन्हें विराट की कप्तानी वाली आरसीबी ने 10 करोड़ रुपये में खरीदा था। यही कारण है कि अगर सरकार ने इन खिलाड़ियों को यूएई भेजने की व्यवस्था नहीं की तो फिर आरसीबी और सीएसके को बड़ा नुकसान होगा।
RCB के लिए चिंता का कारण ये भी है, क्योंकि एबी डिविलियर्स, डेल स्टेन और क्रिस मॉरिस जैसे खिलाड़ी प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बन सकते थे। वहीं, CSK के पास इमरान ताहिर, फाफ डुप्लेसिस और लुंगी नगिडी थे। इनमें से कम से कम दो खिलाड़ी सीएसके की अंतिम 11 का हिस्सा होते। हालांकि, सरकार के फरमान के बाद लग रहा है कि आइपीएल की शुरुआत में ये खिलाड़ी शायद मैदान पर नजर नहीं आएंगे। इनके अलावा क्विंटन डिकॉक मुंबई इंडियंस के लिए, कगिसो रबाडा दिल्ली कैपिटल्स, डेविड मिलर राजस्थान रॉयल्स और हरदूस विल्जोन पंजाब के लिए खेलने वाले हैं।