सुरेश रैना ने आइपीएल 2020 से अचानक अपना नाम वापस ले लिया और सबको अपने फैसले से चौंका दिया। उन्होंने निजी कारणों से ये फैसला किया था और फिर खबरें ये भी सामने आई कि होटल में कमरे को लेकर सीएसके के साथ उनकी कुछ बात हुई थी। बाद में उन्होंने साफ किया कि उन्होंने निजी कारणों से इस सीजन में नहीं खेलने का फैसला किया है और उनके व टीम के बीच के संबंध काफी अच्छे हैं। रैना ने सीएसके के 13 सदस्यों के कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद ये कदम उठाया था।
हालांकि बाद में सुरेश रैना ने एक इंटरव्यू के दौरान टीम में अपनी वापसी की बात इशारों-इशारों में कही थी। इसके बारे में फ्रेंचाइजी के मालिक एन श्रीनिवासन ने भी कहा था कि उनके लिए टीम के दरवाजे खुले हैं, लेकिन इस पर फैसला टीम के कप्तान व टीम मैनेजमेंट को ही करना है। पर अब रैना की वापसी आसान नहीं लग रही है क्योंकि इसके लिए उन्हें बीसीसीआइ से क्लीयरेंस लेनी होगी। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक बोर्ड को अब तक सही बात नहीं पता है कि किस वजह से उन्होंने इस सीजन में नहीं खेलने का फैसला किया था। ऐसे में अगर बीसीसीआइ को ऐसा लगेगा कि उन्होंने जो किया उसके पीछे ठोस वजह नहीं थी तो उनकी वापसी मुश्किल है।
बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने कहा है कि इस मामले में बीसीसीआइ को मूल्यांकन करना है कि वास्तव में सुरेश रैना के लीग छोड़ने के पीछे की वजह क्या थी। क्या ये उनसे परिवार से जुड़ा कोई मामला था या फिर इसके पीछे कोई निजी कारण था। अगर टीम के कप्तान MS Dhoni के साथ उनका कोई विवाद था तो ये टीम का आंतरिक मामला है। अगर उन्होंने डिप्रेशन की वजह से वापसी की तो ये मानसिक मुद्दा है। अगर वो अवसाद में हैं तो हम उन्हें ऐसे नहीं छोड़ सकते। अगर उनसे साथ कुछ गलत हो जाता है तो कौन जिम्मेदार होगा। ऐसे में बोर्ड को कई पहलूओँ पर विचार करने के बाद ही रैना को लेकर कोई फैसला करना है।
वैसे आइपीएल में अब तक किसी भी ऐसे खिलाड़ी की वापसी नहीं हुई है जिन्होंने अपना नाम वापस लिया है, लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या बोर्ड सुरेश रैना को वापसी के लिए ग्रीन सिग्नल देगा। इस साल के शुरुआत में क्रिस वोक्स ने लीग से अपना नाम वापस ले लिया था। बाद में उन्हें अपने फैसले को लेकर फछतावा हुआ था, लेकिन जब उन्होंने इसके बारे में आधिकारिक घोषणा कर दी थी तब दिल्ली ने उनकी जगह किसी और को शामिल किया।