तीन बार की आइपीएल (IPL) चैपिंयन चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को फाइनल में पहुंचने के लिए दिल्ली कैपिटल्स (DC) को रोकना ही होगा। महेंद्र सिंह धौनी (MS Dhoni) की अनुभवी टीम के सामने दिल्ली की युवा टीम होगी। चेन्नई भले ही तीन बार की चैपिंयन हो, लेकिन वह दिल्ली को हलके में नहीं ले सकती है। इस सीजन में चेन्नई और दिल्ली दो बार आमने-सामने आए हैं। दोनों बार चेन्नई ने बाजी मारी है। एक बार फिर इस आइपीएल में दोनों शुक्रवार को विशाखापट्टनम में आमने-सामने होंगे।
दिल्ली की टीम इस सीजन बिल्कुल बदली-सी नजर आ रही है। टीम का ऊपरी क्रम ने अबतक अच्छा खेल दिखाया है। शिखर धवन फॉर्म में हैं, तो पृथ्वी ने भी कई अच्छी पारियां खेली हैं। वहीं, मध्यक्रम में रिषभ पंत और श्रेयस अय्यर लगातार टीम के लिए रन बनाते आ रहे हैं। दिल्ली को इस मैच कागिसो रबाडा की कमी महसूस होगी, क्योंकि अबतक ट्रेंट बोल्ट के गेंदबाजी कोई खास नहीं रही है। स्पिन की जिम्मेदारी अमित मिश्रा के कंधों पर होगी, जो पिछले मैच में बेहतरीन खेल दिखा चुके हैं। धौनी की कप्तानी में अगर चेन्नई इस मैच में जीत हासिल करनी है तो उसे मुंबई के इन खतरनाक खिलाड़ियों के लिए खास रणनीति बनाने की जरूरत है।
1. शिखर धवन- शिखर धवन का बल्ला इस सीजन में जमकर बोला रहा है। वह लगातार दिल्ली को मजबूत शुरुआत देते आ रहे हैं। अबतक खेले 15 मैच में उन्होंने 135.94 की स्ट्राइक रेट से 503 रन बनाए हैं। जिसमें पांच अर्धशतक शामिल हैं। इस सीजन के सबसे टॉप स्कोरर बल्लेबाजों में धवन चौथे नम्बर पर हैं। जाहिर तौर पर वह टीम की मजबूत कड़ी हैं और ऐसे में चेन्नई को उन्हें बड़ा स्कोर करने से हर हाल में रोकना होगा।
2. श्रेयस अय्यर- कप्तान श्रेयस ने इस सीजन में अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है। वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आते हैं और टीम को एक मजबूती देते हैं। खास बात है कि वह परिस्थिती के हिसाब से खुद को ढाल लेते हैं। इस सीजन श्रेयस अबतक 450 रन बना चुके हैं। दिल्ली की टीम में स्पिन को सबसे अच्छा खेलने का काम भी श्रेयस करते हैं। चेन्नई के स्पिन अटैक को रोकने का काम भी उनके जिम्मे होगा। चेन्नई को किसी भी हालात में उनका रोकना ही होगा।
4. अमित मिश्रा- दिल्ली की टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी अमित मिश्रा भले ही इस सीजन कुछ खास न कर पाएं हो, लेकिन उनकी फिरकी कमाल कर सकती है। चेन्नई के ओपनर्स के लिए स्पिन एक अबूझ पहेली रही है, ऐसें अमित मिश्रा से चेन्नई को सावधान रहना होगा। विशाखापट्टनम के मैदान पर मिश्रा ने हैदराबाद के खिलाफ शानदार गेंदबाजी की थी, ऐसे में चेन्नई को बच के रहना होगा।
3. रिषभ पंत- धौनी के लिए सबसे ज्यादा दिक्कत खुद के उत्तराधिकारी कहे जाने वाले रिषभ पंत से होनी वाली है। पंत इस सीजन दिल्ली की पिच पर भले ही न चले हो, लेकिन उसके बाहर सभी मैदान खूब रन बनाए हैं। दिल्ली टीम के लिए तुरुप का इक्का साबित हुए पंत, किसी भी परिस्थिती में मैच को मोड़ सकते हैं। ऐसा वह दिल्ली के लिए करते भी आए हैं। पंत ने इस सीजन 163.63 की स्ट्राइक रेट से 450 रन बनाए हैं। पंत टीम में वहीं भूमिका निभाते हैं, जो धौनी अपनी टीम के लिए निभाते हैं। ऐसे में धौनी को पता ही होगा की पंत को रोकना कितना जरूरी है।
5. इशांत शर्मा- कभी सिर्फ टेस्ट के खिलाड़ी कहे जाने वाले इशांत शर्मा ने इस बार सबको दिखाया है कि वह किसी फॉर्मेंट में बेहतरीन गेंदबाजी कर सकते हैं। इशांत ने इस सीजन दिल्ली के लिए शुरुआती ओवर्स में विकेट झटके हैं। इसके अलावा वह अपनी विविधता से सबको परेशान किया है। कागिसो रबाडा के वापस जाने के बाद, इशांत आगे आकर जिम्मेदारी ली है। अब तक इशांत ने 12 मैच में 12 विकेट लिए हैं और वह चेन्नई के बल्लेबाजों की नाक में दम कर सकते हैं।