इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2018) के 11वें संस्करण में पंजाब को अगर प्लेऑफ में जगह बनानी है तो उसे रविवार (20 मई) को महाराष्ट्र क्रिकेट संघ (एमसीए) स्टेडियम में होने वाले मैच में हर हाल में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई को मात देनी होगी. बेहतरीन शुरुआत के बाद रविचंद्रन अश्विन की कप्तानी वाली पंजाब की टीम राह भटक गई है और अब उसे अंतिम चार में जाने के लिए अपने आखिरी लीग में मैच में हर हाल में जीत ही चाहिए. पंजाब के इस समय 12 अंक हैं. उसके साथ बेंगलुरु, राजस्थान और मुंबई के भी इतने ही अंक हैं. स्थिति ऐसी है कि इन सभी के एक-एक मैच बचे हुए हैं और सभी को सिर्फ जीत ही चाहिए. इन चार में से कोई भी टीम प्लेऑफ में जा सकती है.
इस दिलचस्प रेस को जीतने के लिए पंजाब को बड़े अंतर से चेन्नई को मात देनी होगी. पंजाब ने अपने पहले छह मैचों में पांच में जीत हासिल की थी, लेकिन इसके बाद टीम अपने विजयी प्रदर्शन को जारी नहीं रख पाई.
सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने पूरे सीजन में शानदार बल्लेबाजी की है और 13 मैचों में 652 रन बनाए हैं. क्रिस गेल ने उनका कुछ साथ जरूर दिया था लेकिन अब उनका बल्ला भी शांत ही हो गया. पंजाब एक टीम के तौर पर अच्छा प्रदर्शन करने में असफल रही है.
एरोन फिंच, मार्कस स्टोइनिस, मयंक अग्रवाल, युवराज सिंह मध्यम क्रम को संभालने में विफल रहे हैं. करुण नायर ने जरूर टीम की जिम्मेदारी ली है लेकिन बीते दो मैचों में वो भी शांत रहे हैं. पिछले मैच में उन्हें टीम में भी जगह नहीं मिली थी.
गेंदबाजी में टीम का आक्रमण मुजीब उल रहमान के बिना अधूरा है. हालांकि कप्तान ने अश्विन ने जिम्मेदारी ली है लेकिन दूसरे छोर से सफल नहीं हो पाए हैं. तेज गेंदबाजों में सिर्फ एंड्रयू टाई ही अपना प्रभाव छोड़ सके हैं. टाई को उम्मीद होगी कि मोहित शर्मा भी उनका साथ दें.
वहीं, दूसरी तरफ चेन्नई इस मैच में एक बार फिर अंकतालिका में पहला स्थान हासिल करने के इरादे से उतरेगी. वह पहले ही प्लेऑफ में जगह बना चुकी है. उसे अपने पिछले मैच में दिल्ली डेयरडेविल्स ने अपने घर में 34 रनों से हरा दिया था.
चेन्नई का प्रदर्शन पूरे सीजन शानदार रहा है. अंबाती रायुडू ने उसके लिए लगातार रन बनाए हैं. शेन वाटसन ने सलामी बल्लेबाज के तौर पर उनका बखूबी साथ दिया है. रायुडू ने 13 पारियों में 585 रन बनाए हैं और वाटसन ने इतनी ही पारियों में 438 रन अपने खाते में डाले हैं.
मध्यक्रम में सुरेश रैना, महेंद्र सिंह धोनी ने अच्छे से टीम को संभाला है और शीट एंकर का रोल निभाया है. निचलेक्रम में ड्वायन ब्रावो के रूप में बड़े शॉट खेलने वाला खिलाड़ी दो बार की इस विजेता के पास है.
गेंदबाजी में धोनी ने जिसको मौका दिया उसने कप्तान को निराश नहीं किया. चाहे वो दीपक चहर हों, चाहे के.एम. आसिफ या लुंगी नगिदी. शार्दूल ठाकुर तो उसके लिए लगातार जिम्मेदारी निभा रहे हैं. स्पिन में टीम का जिम्मा हरभजन सिंह, इमरान ताहिर और कर्ण शर्मा के कंधों पर है. पंजाब के खिलाफ किसे मौका मिलता है यह मैच के दिन ही पता चलेगा.
चेन्नई : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान/विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, सुरेश रैना, ड्वायन ब्रावो, शेन वॉटसन, अंबाती रायुडू, मुरली विजय, हरभजन सिंह, फाफ डुप्लेसिस, मार्क वुड, सैम बिलिंग्स, दीपक चहर, लुंगी नगिदी, के.एम. आसिफ, कनिष्क सेठ, मोनू सिंह, ध्रुव शोरे, क्षितिज शर्मा, चैतन्य बिश्नोई, कर्ण शर्मा, इमरान ताहिर, शार्दुल ठाकुर, एन. जगादेसन.
पंजाब : रविचंद्रन अश्विन (कप्तान), युवराज सिंह, लोकेश राहुल, क्रिस गेल, एरोन फिंच, मनोज तिवारी, अंकित राजपूत, मोहित शर्मा, मार्कस स्टोइनिस, अक्षर पटेल और एंड्रयू टाई.