चेन्नई सुपर किंग्स ने रविवार को सनराइजर्स हैदराबाद को 8 विकेट से हराकर इंडियन प्रीमियर लीग 2018 का खिताब के साथ तीसरी बार आईपीएल चैम्पियन होने का तमगा हासिल किया. इससे पहले उसने 2010 और 2011 में खिताब पर कब्जा किया था. इस मैच के हीरो शेन वाटसन ने शुरुआती 10 गेंदों पर उन्होंने कोई रन नहीं बनाया था. मैच के बाद, शेन वॉटसन ने कहा, ‘सच कहूं तो कि यह मेरे लिए स्पेशल सीजन था. पिछले साल मैं रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ था उसके बाद यहां तक पहुंचना बड़ी बात है, उन्होंने कहा, ”इस दौरान मैं सिर्फ यही सोच रहा था कि मैं किसी तरह रन प्रति बॉल खेलते हुए पारी को आगे बढ़ाने कि कोशिश में था. गौरतलब है कि बीते साल आरसीबी की टीम 14 में से तीन मैच ही जीत पाई थी और वह पॉइंट्स टेबल में आखिरी स्थान पर रही थी. इसके बाद टीम ने इस सीजन के लिए वॉटसन को अपने साथ नहीं रखा था.
इस सीजन में चेन्नै की टीम में खेलने के बारे में वॉटसन ने कहा कि चेन्नै के साथ इस साल खेलना काफी खास है. वह चैंपियन टीम के साथ होकर काफी खुश हैं. वॉटसन ने फाइनल मुकाबले में 57 गेंदों पर 117 रनों की पारी खेली. अपनी पारी में उन्होंने 11 चौके और 8 छक्के लगाए. इसके साथ ही वह आईपीएल फाइनल में सेंचुरी लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए. वॉटसन ने इस मैच में शुरुआत अच्छी नहीं की थी. शुरुआती 10 गेंदों पर उन्होंने कोई रन नहीं बनाया था. उन्होंने कहा, ‘इस दौरान मैं सिर्फ यही सोच रहा था कि मैं किसी तरह रन प्रति बॉल के स्ट्राइक रेट तक पहुंच जाऊं.’
उन्होंने कहा, ‘भुवनेश्वर कुमार ने शानदार गेंदबाजी की. वह गेंद को दोनों ओर स्विंग करवा रहे थे. मैं लकी रहा कि आगे चलकर तेजी से रन बना पाया.’ मैन ऑफ द मैच रहे वॉटसन ने कहा, ‘कुछ बाउंड्री लगाने के बाद मेरा आत्मविश्वास बढ़ा.’ वॉटसन ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और कोच स्टीफन फ्लेमिंग की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने मेरा अच्छा ख्याल रखा. मैं फाइनल में अच्छा प्रदर्शन करके अच्छा महसूस कर रहा हूं.