नई दिल्ली। हाईकोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट(एएचटीयू) ने पति को मेवात से ढूंढ लिया। फिलहाल व्यक्ति पत्नी के साथ ही रह रहा है। दिल्ली पुलिस अधिकारियों की माने तो पति शराब पीता था। इस कारण दोनों में झगड़ा होता था।
झगड़े व डर के चलते पति घर छोड़कर चला गया था। इस मामले में अब हाईकोर्ट में आठ दिसंबर को सुनवाई है। अपराध शाखा डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने बताया कि सुंदर नगरी में रहने वाली महिला कोसर जमान का पति मो. मारगूब अहमद(35) 12 अप्रैल, 2019 को गायब हो गया था।
मो. मारगूब पेमेंट लेने नोएडा गया था। इसके बाद अपने घर नहीं लौटा। कोसर जमान ने सेक्टर-150 नोएडा के नॉलेज पार्क थाने में गुमशुदगी की शिकायत दी थी। नोएडा पुलिस ने कोसर जमान को ये कहकर दिल्ली भेज दिया कि मो. मारगूब की आखिरी लोकेशन दिल्ली में थी।
कोसर जमान जहांगीर व नंदनगरी थाने में घूमती रही, मगर मामला दर्ज नहीं हुआ। महिला ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। हाईकोर्ट ने 14 अक्तूबर, 20 को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को मामला दर्जकर महिला के पति को ढूंढने के आदेश दिए।
मामले की जांच एएचटीयू के इंस्पेक्टर अमलेश्वर राय को दी गई। कोसर ने अपने चचेरे भाई हारून पर पति का अपहरण करने का संदेह जाहिर किया।
हारून का पॉलिग्राफी टेस्ट कराया गया, मगर कुछ नहीं निकला। आखिरकार अमलेश्वर राय की देखरेख में एसआई(महिला) सुमन व एएसआई गजेन्द्र की टीम ने मो. मारगूब को गांव पाटूका, शाजाद प्लांट, सोहना हरियाणा से ढूंढ लिया।
मो. मारगूब को उसे पत्नी के हवाले कर दिया गया है। यहां ये सीमेंट व रोहड़ी से मिक्चर बनाने वाले प्लांट में काम कर रहा था। हारून मो. मारगूब का भी दोस्त है। उसने पत्नी से झगड़ा होने के कारण अपना मोबाइल हारून को दे दिया था और ये कहकर चला गया था कि अगर वह जिंदा रहा तो फिर मिलेगा।