राखीगढ़ी में पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के अनुसार पर्यटन विभाग ने निर्माण कार्य की निविदा आमंत्रित कर ली है लेकिन आचार संहिता समाप्त होने के बाद ही इनको खोला जाएगा। निविदा खुलने पर काम शुरू होने के करीब छह महीने बाद ही अंदर का पूरा काम कर दिया जाएगा।
हड़प्पाकालीन सभ्यता के अवशेषों के संरक्षण के लिए राखीगढ़ी में आधुनिक संग्रहालय बनाया जा रहा है। इसके भवन का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है लेकिन आचार संहिता हटने के बाद ही आंतरिक सुंदरीकरण कार्य की निविदा प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी। यह संग्रहालय देश में अलग तरह का आधुनिक नमूना होगा।
पूरे विश्व में हड़प्पाकालीन सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल राखीगढ़ी में स्थित है। इस स्थल के पास ही सरकार की ओर से करीब 32 करोड़ रुपये की लागत से विशाल संग्रहालय बनाया जा रहा है। इसमें 5,000 साल पुरानी हड़प्पाकालीन आकृतियों को सहेज कर रखा जाएगा।
तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 10 सितंबर 2022 को राखीगढ़ी का दौरा कर अधिकारियों को इस काम में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। उस समय अधिकारियों ने परियोजना प्रबंधन सलाहकार (पीएमसी) नियुक्त करने के लिए 15 जुलाई 2023 तक निविदा होने और 15 अगस्त 2023 तक अंतिम रूप दे देने की बात कही थी।
इस संग्रहालय का आंतरिक काम दिसंबर 2023 तक शुरू होने का अनुमान था लेकिन आठ महीने बाद भी राखीगढ़ी संग्रहालय का यह काम शुरू नहीं हो पाया है। तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी संबंधित विभागों को संग्रहालय के काम में तेज गति से कार्य करने के निर्देश दिए थे लेकिन तेजी तो दूर की बात अभी तक भी काम शुरू नहीं हो पाया है। राखीगढ़ी में बन रहे संग्रहालय के साथ बन रहे विश्राम भवन, छात्रावास और कैफे का काम पूरा हो चुका है।
लोक निर्माण विभाग की ओर से भवन निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इसकी आंतरिक सज्जा और विद्युतीकरण का काम लंबित है। काम पूरा होने के बाद संग्रहालय के अंदर जैसे ही पर्यटक प्रवेश करेंगे तो उनको ऐसी झलक मिलेगी जैसे कि वह हड़प्पाकालीन सभ्यता में पहुंच गए हो। संग्रहालय के बाहर जीआरसी टाइल का प्रयोग किया गया है।
सरकार का प्रयास है कि संग्रहालय को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिले। पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के अनुसार पर्यटन विभाग ने निर्माण कार्य की निविदा आमंत्रित कर ली है लेकिन आचार संहिता समाप्त होने के बाद ही इनको खोला जाएगा। निविदा खुलने पर काम शुरू होने के करीब छह महीने बाद ही अंदर का पूरा काम कर दिया जाएगा।
राखीगढ़ी के संग्रहालय में होगी ये कई खूबियां
इस संग्रहालय में ओपन एयर थिएटर, गैलरी, पुस्तकालय, कैफे, किड्स जोन, छात्रावास आदि बनाए जाएंगे। ताकि बाहर से आने वाले पर्यटकों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। यहां फोटोग्राफ की लैब तैयार की जाएगी जिनमें चित्रों के माध्यम से आगंतुक राखीगढ़ी के इतिहास को जान सकेंगे।
राखीगढ़ी के संग्रहालय का स्वरूप
2017 फरवरी में शुरू हुआ था यह कार्य, 21 महीने में बनना था।
4,831 वर्गमीटर क्षेत्र में बनाया जा रहा संग्रहालय।
1,688 वर्गमीटर क्षेत्र में बन कर तैयार हुआ निरीक्षण भवन।
1,369 वर्गमीटर क्षेत्र में बनकर तैयार हाॅस्टल।
232 वर्गमीटर क्षेत्र में बनकर तैयार कैफे।