कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश सिंह का कहना है कि विश्वविद्यालय शोध कार्यों को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। प्रत्येक विभाग के एक शोधकर्ता को 15 हजार रुपये प्रतिमाह स्कॉलरशिप प्रदान की जाती थी। उसको बढ़ाकर 25 हजार रुपये कर दिया गया है।
सोनीपत की दीनबंधु छोटूराम विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी) मुरथल में पीएचडी के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विद्यार्थी पीएचडी के लिए 15 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 20 व 21 जुलाई तक प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।
कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश सिंह का कहना है कि विश्वविद्यालय शोध कार्यों को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। प्रत्येक विभाग के एक शोधकर्ता को 15 हजार रुपये प्रतिमाह स्कॉलरशिप प्रदान की जाती थी। उसको बढ़ाकर 25 हजार रुपये कर दिया गया है। इसको बढ़ावा देते हुए अब यह स्कॉलरशिप दो शोधकर्ताओं को मिलेगी। इसके अतिरिक्त जेआरएफ को प्रतिमाह 42 हजार रुपये की स्कॉलरशिप भी शोधकर्ताओं को प्रदान की जाती है।
इसके अतिरिक्त चयनित शोधकर्ताओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शोध पत्र प्रस्तुत करने के लिए 75 हजार रुपये व राष्ट्रीय स्तर पर शोधपत्र प्रस्तुत करने के लिए चयनित शोधकर्ता को 25 हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे। विवि की कार्यकारी परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया है कि विश्वविद्यालय एआईसीटीई फेलोशिप जो 37 हजार रुपये प्रतिमाह है, को लागू करने का प्रयास करेगा। इससे भविष्य में शोध कार्यों में प्रबलता व गुणवत्ता में भी बढ़ोतरी होगी।
पीएचडी में किस विषय में कितनी सीट
आर्किटेक्चर – 16
बायोमेडिकल इंजीनियरिंग – 09
सिविल इंजीनियरिंग – 08
रसायन विज्ञान – 04
केमिकल इंजीनियरिंग – 10
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन एनर्जी एंड एंवायरमेंट स्टडीज – 07
कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग – 23
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग – 28
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग – 20
मैनेजमेंट -10
गणित – 07
मैकेनिकल इंजीनियरिंग – 17
भौतिक विज्ञान – 06
अधिकारी के अनुसार
विश्वविद्यालय में पीएचडी के लिए प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। पीएचडी में प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी 15 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 20 व 21 जुलाई को पीएचडी की प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। 29 व 30 जुलाई को पीएचडी के लिए साक्षात्कार का आयोजन किया जाएगा। 1 अगस्त से कोर्स वर्क प्रारंभ हो जाएगा। -प्रो. श्रीप्रकाश सिंह, कुलपति, डीसीआरयूएसटी, मुरथल।