HDFC Bank ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स आधारित कर्ज की दरों (MCLR) में 35 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है। MCLR में की गई यह बढ़ोतरी सभी अवधि के कर्जों के लिए है और यह 7 जून से प्रभावी हो गया है। मई में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति कमेटी ने जबसे नीतिगत दरों में 40 आधार अंकों की बढ़ोतरी की थी तब एचडीएफसी बैंक ने MCLR में 60 आधार अंकों की बढ़ोतरी कर चुका है। मई में रेपो रेट में हुई बढ़ोतरी के बाद एचडीएफसी बैंक ने एमसीएलआर में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी की थी।
आपको बताते चलें कि कल यानी 8 जून को मौद्रिक नीति कमेटी की बैठक होने वाली है और ऐसी उम्मीद की जा रही है कि आरबीआई एक बार फिर से नीतिगत दरों में बढ़ोतरी कर सकता है। इससे पहले ही HDFC Bank ने MCLR में 35 आधार अंकों की बढ़ोतरी कर दी है।
एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के अनुसार, ओवरनाइट एमसीएलआर 7.50 प्रतिशत, एक महीना और तीन महीने का एमसीएलआर क्रमश: 7.55 और 7.60 प्रतिशतहै। 6 महीने का एमसीएलआर 7.70 प्रतिशत और एक साल, 2 साल और तीन साल के एमसीएलआर क्रमश: 7.85 प्रतिशत, 7.95 प्रतिशत और 8.05 प्रतिशत हैं।
पिछले हफ्ते एचडीएफसी लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ इंडिया ने भी अपने एमसीएलआर में बढ़ोतरी की थी।
एचडीएफसी लिमिटेड ने 1 जून से होम लोन की ब्याज दरों में 5 आधार अंकों की बढ़ोतरी की थी। पिछले महीने में इसमें 30 आधार अंकों की बढ़ोतरी की गई थी। आईसीआईसीआई बैंक ने भी 1 जून से एमसीएलआर में 30 आधार अंकों की बढ़ोतरी की थी। जबकि पंजाब नेशनल बैंक ने 15 आधार अंकों की बढ़ोतरी एमसीएलआर में की थी।