नई दिल्ली: भारतीय अर्थव्यवस्था में दूसरी तिमाही में तेजी से हुए सुधार को देखते हुए फिच ने अनुमान में सुधार किया है. अपने ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक में फिच ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से आयी मंदी की वजह से कई देशों में गंभीर आर्थिक संकट खड़ा हुआ है.
रेटिंग एजेंसी फिच ने इस वित्त वर्ष यानी 2020-21 के लिए भारत के जीडीपी में गिरावट के अनुमान में सुधार किया है. फिच ने कहा है कि इस वर्ष भारत के जीडीपी में 9.4 फीसदी की गिरावट आएगी, पहले फिच ने 10.5 फीसदी गिरावट का अनुमान जारी किया था.

भारतीय अर्थव्यवस्था में दूसरी तिमाही में तेजी से हुए सुधार को देखते हुए फिच ने अनुमान में सुधार किया है. अपने ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक में फिच ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से आयी मंदी की वजह से कई देशों में गंभीर आर्थिक संकट खड़ा हुआ है और इन देशों को अपने बहीखाते में सुधार करने की जरूरत और लांग टर्म के लिए सचेत तरह से योजना बनानी होगी.
क्या कहा फिच ने-
रेटिंग एजेंसी फिच ने मंगलवार को कहा, ‘हमें अब लगता है कि मार्च 2021 में खत्म होने वाले इस वित्त वर्ष में जीडीपी में 9.4 फीसदी की गिरावट आएगी. इसके अगले वित्त वर्षों में जीडीपी में क्रमश: 11 फीसदी और 6.3 फीसदी की बढ़त होगी.
पहले ज्यादा गिरावट का अनुमान-
गौरतलब है कि इस साल सितंबर में फिच ने अपने अनुमान में कहा था कि कोरोना संकट की वजह से इस वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी में 10.5 फीसदी की गिरावट आएगी. यह फिच के इसके पहले के अनुमान से काफी कम था. इसके पहले फिच ने सिर्फ 5 फीसदी गिरावट का अनुमान जारी किया था.
रिजर्व बैंक ने क्या कहा था –
गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व की मौद्रिक नीति कमिटी ने भी अपने अनुमान में इस साल 7.5 फीसदी की गिरावट होने का अनुमान जाहिर किया है. इस साल अप्रैल से जून की तिमाही में भारत के जीडीपी में 23.9 फीसदी की ऐतिहासिक गिरावट आयी थी. इसके बाद सितंबर तिमाही में जीडीपी में 7.5 फीसदी की गिरावट आयी.
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