लिवरपूल के स्टार खिलाड़ी मोहम्मद सालाह ने रियल मैड्रिड के सर्गियो रामोस के उस दावे का मजाक उड़ाया जिसमें उन्होंने कहा कि सालाह चैंपियंस लीग फाइनल में आगे खेलना जारी रख सकते थे। सालाह को मैच के 30वें मिनट में रामोस से हुई टक्कर के बाद मैदान से बाहर जाना पड़ा। रीयल मैड्रिड ने इस मुकाबले में लिवरपूल को 3-1 से हराकर ‍लगातार तीसरी बार खिताब अपने नाम किया था। लिवरपूल के फॉरवर्ड सालाह का इस चोट के चलते फीफा विश्व कप में मिस्त्र के पहले मैच में खेलना संदिग्ध हो गया है। मिस्त्र को अपने अभियान की शुरुआत उरुग्वे के खिलाफ 15 जून को करनी है। रामोस ने कहा, 'यदि सालाह चाहते तो चैंपियंस लीग फाइनल में लगी चोट के बाद इंजेक्शन लगवाकर पूरा मैच खेल सकते थे। पहले सालाह ने मेरा हाथ पकड़ा और मैं दूसरी तरफ गिरा। उसके दूसरे हाथ को चोट लगी और यह कहा गया कि मैंने जूडो जैसे तरीके से उसे पकड़ा। चोट के बाद भी सालाह ठीक थे और यदि चाहते तो इंजेक्शन लेकर दूसरे हाफ में खेल सकते थे।' सालाह ने कहा, दूसरे खिलाड़ी को इस तरह की सलाह देना ठीक रहता है। यदि वो (रामोस) इतना ही जानते है तो उन्हें यह भी बता देना चाहिए कि क्या मैं विश्व कप में खेल पाऊंगा। रामोस का यह कहना भी गलत है कि इस चोट के बाद मैं ठीक था और मैच खेल सकता था। उन्होंने मुझे मैसेज अवश्य किया था, लेकिन मैंने उन्हें कभी यह नहीं कहा कि मैं ठीक हूं।' करियर का सबसे निराशाजनक क्षण : सालाह ने स्वीकारा कि इस तरह चैंपियंस लीग फाइनल में चोट के चलते 30 मिनट बाद ही बाहर बैठना उनके फुटबॉल करियर का सबसे निराशाजनक क्षण था। उन्होंने कहा, मैं जब मैदान पर गिरा तो शारीरिक दर्द के अलावा मैं चिंतित भी था। मुझे इस बात का गुस्सा भी था कि मैं मैच में खेलना जारी नहीं रख पाया।

FIFA World Cup : रामोस के इंजेक्शन संबंधी दावे का सालाह ने उड़ाया मजाक

लिवरपूल के स्टार खिलाड़ी मोहम्मद सालाह ने रियल मैड्रिड के सर्गियो रामोस के उस दावे का मजाक उड़ाया जिसमें उन्होंने कहा कि सालाह चैंपियंस लीग फाइनल में आगे खेलना जारी रख सकते थे।लिवरपूल के स्टार खिलाड़ी मोहम्मद सालाह ने रियल मैड्रिड के सर्गियो रामोस के उस दावे का मजाक उड़ाया जिसमें उन्होंने कहा कि सालाह चैंपियंस लीग फाइनल में आगे खेलना जारी रख सकते थे।  सालाह को मैच के 30वें मिनट में रामोस से हुई टक्कर के बाद मैदान से बाहर जाना पड़ा। रीयल मैड्रिड ने इस मुकाबले में लिवरपूल को 3-1 से हराकर ‍लगातार तीसरी बार खिताब अपने नाम किया था।  लिवरपूल के फॉरवर्ड सालाह का इस चोट के चलते फीफा विश्व कप में मिस्त्र के पहले मैच में खेलना संदिग्ध हो गया है। मिस्त्र को अपने अभियान की शुरुआत उरुग्वे के खिलाफ 15 जून को करनी है।  रामोस ने कहा, 'यदि सालाह चाहते तो चैंपियंस लीग फाइनल में लगी चोट के बाद इंजेक्शन लगवाकर पूरा मैच खेल सकते थे। पहले सालाह ने मेरा हाथ पकड़ा और मैं दूसरी तरफ गिरा। उसके दूसरे हाथ को चोट लगी और यह कहा गया कि मैंने जूडो जैसे तरीके से उसे पकड़ा। चोट के बाद भी सालाह ठीक थे और यदि चाहते तो इंजेक्शन लेकर दूसरे हाफ में खेल सकते थे।'  सालाह ने कहा, दूसरे खिलाड़ी को इस तरह की सलाह देना ठीक रहता है। यदि वो (रामोस) इतना ही जानते है तो उन्हें यह भी बता देना चाहिए कि क्या मैं विश्व कप में खेल पाऊंगा। रामोस का यह कहना भी गलत है कि इस चोट के बाद मैं ठीक था और मैच खेल सकता था। उन्होंने मुझे मैसेज अवश्य किया था, लेकिन मैंने उन्हें कभी यह नहीं कहा कि मैं ठीक हूं।'  करियर का सबसे निराशाजनक क्षण : सालाह ने स्वीकारा कि इस तरह चैंपियंस लीग फाइनल में चोट के चलते 30 मिनट बाद ही बाहर बैठना उनके फुटबॉल करियर का सबसे निराशाजनक क्षण था। उन्होंने कहा, मैं जब मैदान पर गिरा तो शारीरिक दर्द के अलावा मैं चिंतित भी था। मुझे इस बात का गुस्सा भी था कि मैं मैच में खेलना जारी नहीं रख पाया।

सालाह को मैच के 30वें मिनट में रामोस से हुई टक्कर के बाद मैदान से बाहर जाना पड़ा। रीयल मैड्रिड ने इस मुकाबले में लिवरपूल को 3-1 से हराकर ‍लगातार तीसरी बार खिताब अपने नाम किया था।

लिवरपूल के फॉरवर्ड सालाह का इस चोट के चलते फीफा विश्व कप में मिस्त्र के पहले मैच में खेलना संदिग्ध हो गया है। मिस्त्र को अपने अभियान की शुरुआत उरुग्वे के खिलाफ 15 जून को करनी है।

रामोस ने कहा, ‘यदि सालाह चाहते तो चैंपियंस लीग फाइनल में लगी चोट के बाद इंजेक्शन लगवाकर पूरा मैच खेल सकते थे। पहले सालाह ने मेरा हाथ पकड़ा और मैं दूसरी तरफ गिरा। उसके दूसरे हाथ को चोट लगी और यह कहा गया कि मैंने जूडो जैसे तरीके से उसे पकड़ा। चोट के बाद भी सालाह ठीक थे और यदि चाहते तो इंजेक्शन लेकर दूसरे हाफ में खेल सकते थे।’

सालाह ने कहा, दूसरे खिलाड़ी को इस तरह की सलाह देना ठीक रहता है। यदि वो (रामोस) इतना ही जानते है तो उन्हें यह भी बता देना चाहिए कि क्या मैं विश्व कप में खेल पाऊंगा। रामोस का यह कहना भी गलत है कि इस चोट के बाद मैं ठीक था और मैच खेल सकता था। उन्होंने मुझे मैसेज अवश्य किया था, लेकिन मैंने उन्हें कभी यह नहीं कहा कि मैं ठीक हूं।’

करियर का सबसे निराशाजनक क्षण : सालाह ने स्वीकारा कि इस तरह चैंपियंस लीग फाइनल में चोट के चलते 30 मिनट बाद ही बाहर बैठना उनके फुटबॉल करियर का सबसे निराशाजनक क्षण था। उन्होंने कहा, मैं जब मैदान पर गिरा तो शारीरिक दर्द के अलावा मैं चिंतित भी था। मुझे इस बात का गुस्सा भी था कि मैं मैच में खेलना जारी नहीं रख पाया।

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