अगर आपका कोई जरूरी डॉक्यूमेंट खो जाए तो आपको फिर से नया डॉक्यूमेंट्स बनाने में दफ्तरों के चक्कर लगाना पड़ सकता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि आप अपने डॉक्यूमेंट्स को डिजिटली सुरक्षित रख सकते हैं और जरूरत पड़ने पर आप इसे कहीं भी इस्तेमाल भी कर सकते हैं। सरकार ने इसके लिए DigiLocker की सुविधा प्रदान की है। DigiLocker को आप अपने आधार कार्ड के जरिए एक्टिवेट कर सकते हैं और इसका कहीं भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
कुछ दिन पहले ही परिवहन मंत्रालय ने ड्राइविंग लाइसेंस से लेकर गाड़ी के रजिस्ट्रेशन पेपर्स को DigiLocker के जरिए वेरिफाई करने के लिए निर्देश दिया है। इसमें आपको गाड़ी के फिजिकल पेपर्स को साथ में ले जाने की जरूरत नहीं होती है। आइए, जानते हैं DigiLocker किस तरह से काम करता है और आपके लिए किस तरह से फायदेमंद हो सकता है?
DigiLocker क्या है?
सबसे पहला सवाल जो आपके मन में उठ रहा होगा वो यह कि DigiLocker क्या है और इसका इस्तेमाल किस तरह से किया जा सकता है। आपके इस सवाल का जबाब यह है कि DigiLocker एक क्लाउट बेस्ड सेवा है, जिसे भारत सरकार ने नागरिकों के जरूरी दस्तावेजों जैसे कि सर्टिफिकेट्स, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट आदि के डि़जिटल यानी कि ऑनलाइन कॉपी को सुरक्षित रखने के लिए शुरू की है। इस सेवा की शुरुआत पीएम मोदी ने 2015 में की। आप अपने डॉक्यूमेंट्स को लैपटॉप या ऐप (एंड्रॉइड और आईओएस) के जरिए भी DigiLocker में सेव कर सकते हैं। यह एक सुरक्षित, ऑनलाइन स्टोरेज है जिसमें आप अपने सभी सरकारी दस्तावेजों को डिजिटल रूप में सेव कर सकते हैं।