नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के खिलाफ दिल्ली के गोकुलपुरी थाना क्षेत्र के मौजपुर (Maujpur) इलाके में चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच पत्थरबाजी में घायल हुए एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई. मृतक पुलिसकर्मी की पहचान हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल के रूप में हुई है. वहीं, शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा के भी घायल होने की खबर है.
इस बीच स्थिति को देखते हुए उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में धारा-144 लगा दी गई हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की मौत पर दुख जताया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. केजरीवाल के अलावा उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, पंकज गुप्ता, संजय सिंह आदि ने भी ट्वीट कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.
इससे पहले, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने कम से कम दो घरों में आग लगा दी, जिससे तनाव और बढ़ गया है. इन इलाकों में सोमवार को लगातार दूसरे दिन सीएए समर्थक और विरोधी समूहों के बीच झड़पें हुईं. प्रदर्शनकारियों ने एक-दूसरे पर पथराव किया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. पुलिस ने समूहों को शांत कराने के भी प्रयास किए. अधिकारियों के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने इलाके में लगी आग बुझाते समय दमकल की एक गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया.
जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशन बंद
दिल्ली मेट्रो ने इलाके में तनाव के बीच जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए. डीएमआरसी ने ट्वीट किया, ‘‘जाफराबाद तथा मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश एवं निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं. इन स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी.’’ गौरतलब है कि जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार पिछले 24 घंटों से बंद हैं.
सीएए के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रविवार को सड़क अवरुद्ध कर दी थी जिसके बाद जाफराबाद में सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच झड़प शुरू हो गई थी. दिल्ली के कई अन्य इलाकों में भी ऐसे ही धरने शुरू हो गए हैं.