Delhi Anaj Mandi Fire: दिल्ली के रानी झांसी रोड के निकट अनाज मंडी में रविवार की सुबह लगी भीषण आग में कुल 43 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। घटना के दर्जनों घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। वहीं, 43 मृतकों में से 28 बिहार के हैं। इनमें केवल उत्तर बिहार के 18 लोग शामिल हैं।
मृतकों के बिहार स्थित घरों में कोहराम मच गया है। सर्वाधिक नौ मौतें समस्तीपुर के लोगों की हुई है। खास बात यह कि फैक्ट्री का मालिक भी बिहार का ही है। दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
रविवार सुबह अचानक लगी आग
अनाज मंडी स्थित एक तीन मंजिली इमारत में चल रही एक फैक्ट्री में कपड़े, गत्ते और प्लास्टिक के सामान बनाए जाते हैं। वहां रविवार की सुबह अचानक आग लग गई। आग जिस वक्त लगी, इमारत में अधिसंख्य लोग सो रहे थे। कंपनी में काम करने वाले अधिसंख्य लोग कंपनी में ही रहते थे।
उत्तर बिहार के 18 लोगों की मौत
दिल्ली में भीषण अग्निकांड में रविवार की सुबह उत्तर बिहार के 18 लोगों की जलकर मौत हो गई, जबकि दर्जन भर लोगों के लापता होने की बात सामने आ रही है। ये मृतक समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और मधुबनी के हैं। इनमें समस्तीपुर के सर्वाधिक नौ लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि मधुबनी के एक, मुजफ्फरपुर के तीन व सीतामढ़ी के पांच लोगों के भी जलकर मरने की पुष्टि हुई है।
बिहार के मधुबनी जिले के गांव मलमल के रहने वाले मो मुकीम अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि वे तीसरी मंजिल पर सो रहे थे। सुबह छह बजे आंख खुली तो पाया कि आग लगी है। सभी सीढ़ियों की ओर दौड़े। उसमें भी आग लगी थी तो झुलसकर किसी तरह जान बचाई। मो. हाकिम अग्निकांड में जान गंवाने वाले महबूब के चाचा हैं। वे मूल रूप से समस्तीपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया ने एक हॉल में 40 से 50 लोग रहते थे।
मरने वालों में बिहार के अररिया जिले के हिंगवहात गांव के रहने वाले मुख्तार आलम के भाई ज़ाहिद शामिल हैं। वे परिवार में अकेले कमाने वाले थे। उनका एक भाई अभी भी लापता है। एक और मृतक बबलू (24) की पहचान उसके चचरे भाई फिजा अली ने की है। बबलू अपने भाई दुलारे के साथ अनाज मंडी में रहता था। वह पांच साल से टीशर्ट और जीन्स की प्रिंटिंग का काम करता था। फिजा अली के फुफेरे भाई राजू (24) और तौकीर (22) का भी पता नहीं चला है।
फैक्ट्री के मालिक भी सहरसा के ही हैं
फैक्ट्री में काम करने गए सहरसा के नरियार गांव के एक दर्जन मजदूर अग्निकांड के शिकार हुए हैं। इस घटना में तीन मजदूरों के मौत की बात सामने आ रही है। तीन लापता हैं। अन्य जख्मी हुए हैं। पूरे गांव में अफरातफरी का माहौल है।
मृतकों के घरों में मच गया कोहराम
रविवार सुबह जैसे ग्रामीणों को सूचना मिली, उनकी बेचैनी बढ़ गई। दोपहर तक जैसे ही लोगों के नाम सामने आए, चारों ओर कोहराम मच गया।
समस्तीपुर से मृतकों के नाम
1. गुड्डू,
2. जोजो
3. गनवा
4. महबूब
5. मो. सदरे
6. अतातुल
7. मो. साजिद
8. मो. अकबर
9. साजिद
मधुबनी का मृत
1. मो. साकिर
मुजफ्फरपुर के मृतक
1. बबलू
2. राजू
3. मो. साजिद
सीतामढ़ी
1. एनुल
2. दुलारे
3. अब्बास
4. गुलाब
5. सनना उल्लाह
बेगूसराय
1. नवीन
सहरसा
1. मो. संजार
2. मो. ग्यास
3. मो. सजीम
4. मो. राशिद
5. मो. फैजल
6. मो. अफजल
अररिया
1. मो जाहिद व दो अन्य।
इन अस्पतालों में भर्ती हैं घायल
दुर्घटना में घायल लोगों को राम मनोहर लोहिया अस्पताल, हिंदू राव अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल और लोक नायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में दर्जनों की हालत नाजुक बताई जा रही है।