दिल्ली पुलिस ने मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर दो छात्रों सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में एक छात्र नोएडा स्थित एमिटी विश्वविद्यालय का बीबीए का पूर्व छात्र लक्ष्य भाटिया है, जबकि दूसरा दिल्ली स्थित सूरजमल इंस्टीट्यूट से बीबीए कर रहा है। आरोपी दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद व गुरुग्राम समेत अन्य जगहों के शैक्षणिक संस्थानों में मादक पदार्थ बेचते थे। ग्राहकों से संपर्क का माध्यम सोशल मीडिया प्लेटफार्म था। देश में मादक पदार्थ थाइलैंड से मंगाकर खेप मणिपुर से उत्तर भारत के राज्यों में पहुंचती थी। अपराध शाखा के आरोपियों के कब्जे से 48 किलोग्राम गांजा, 15 ग्राम एमडीएमए व 1,200 ग्राम जैविक गांजा बरामद किया है।
अपराध शाखा के विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव के अनुसार, सूचना मिली थी कि दिल्ली के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में तस्कर सक्रिय हैं। मोती नगर स्थित डीएलएफ कैपिटल ग्रीन्स के एक घर से नशे का कारोबार चल रहा है। गिरोह मणिपुर और शिलांग से रेल के जरिये गांजा व थाईलैंड से विमान के जरिये जैविक गांजा मंगाता है। इसके बाद टीम ने दबिश देकर मणिपुर निवासी नोंगमैथम जशोबंता सिंह (36) और थियम रबिकांत सिंह (32) को गिरफ्तार कर लिया। दोनों साथी रुद्रांश गुप्ता को गांजा आपूर्ति करते थे।
नोंगमैथम की निशानदेही पर सेक्टर-31, गुरुग्राम निवासी रुद्रांश गुप्ता को भी गिरफ्तार कर लिया गया। रुद्रांश दो वर्षों से तस्करी में संलिप्त है। तीनों आरोपियों से पूछताछ के बाद रामा पार्क, उत्तम नगर, दिल्ली निवासी लक्ष्य भाटिया व सेक्टर-4, द्वारका निवासी गिरिक अग्रवाल और रोशन नगर, थाना रावतपुर, कानपुर निवासी खालिद को गिरफ्तार कर कब्जे से मादक पदार्थ बरामद कर लिए।
सोशल मीडिया से फैला नेटवर्क, कूरियर से आपूर्ति
जशोबंता के पास मणिपुर से गांजा और थाईलैंड से जैविक गांजा आता था। फिर इसे बेचने के लिए रुद्रांश गुप्ता व अन्य आरोपियों को सौंपा जाता था। रुद्रांश विभिन्न विश्वविद्यालयों में व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम और फेसबुक आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से ग्राहकों से संपर्क करता था। ऑर्डर मिलने पर उसी दिन आपूर्ति करने वाली कूरियर सेवा पोर्टर, वी-फास्ट आदि की मदद से ग्राहकों को भेज देता था। आरोपी यूपीआई से बैंक खाते में भुगतान लेता था।
विवि में पढ़ाई के दौरान शुरू की तस्करी
लक्ष्य शुरू में खुद शौक पूरा करने के लिए मादक पदार्थ खरीदता था। इस दौरान उसकी पहचान गिरोह से जुड़े खालिद जफर से हुई। वह तीन साल से छात्रों को गांजा आदि आपूर्ति कर रहा है। लक्ष्य ने गिरिक के माध्यम से खालिद से मादक पदार्थ खरीदे फिर दिल्ली और नोएडा के विभिन्न विश्वविद्यालयों में सोशल मीडिया के जरिये आपूर्ति करने लगा। खालिद कानपुर निवासी शाश्वत से मादक पदार्थ खरीदता था और लक्ष्य के माध्यम से एमिटी के छात्रों को आपूर्ति करता था।
नाइजीरियाई और छात्रों को गांजा बेचने वाले समेत तीन गिरफ्तार
ग्रेटर नोएडा। थाना नॉलेज पार्क पुलिस ने बुधवार को शारदा गोलचक्कर से एलजी गोलचक्कर की तरफ बंद रास्ते के पास गांजा तस्कर एटा निवासी संदीप का गिरफ्तार कर एक किलो 450 ग्राम गांजा बरामद किया है। संदीप ग्रेनो वेस्ट की एक सोसाइटी से किसी व्यक्ति से गांजा लाकर नाइजीरियाई व छात्रों को नॉलेज पार्क क्षेत्र में आकर बेचता है। आरोपी गांजा खरीदने वाले विदेशी व छात्रों की मांग पर गांजा बेचने आता था। इसके अलावा थाना बीटा-2 पुलिस ने चोरी की फर्जी नंबर प्लेट लगी बाइक से गांजा तस्करी करने वाले देवन शर्मा और बंटी को गिरफ्तार किया है। आरोपी आरोपियों के कब्जे से तीन किलो 200 ग्राम गांजा बरामद किया गया है।