गोल्ड कोस्ट: भारतीय बैडमिंटन की ‘पोस्टर गर्ल्स ’ पीवी सिंधू और साइना नेहवाल राष्ट्रमंडल खेलों के महिला एकल खिताबी मुकाबले में रविवार को एक दूसरे के आमने सामने थीं. इस मुकाबले में भारत के लिए गोल्ड और सिल्वर पहले से ही पक्के थे, लेकिन लोगों की नजरें इस बात पर थीं कि दोनों स्टार में से सोना किसके हाथ लगता है. सायना नेहवाल ने गोल्ड मेडल जीता, उन्होंने पीवी सिंधु को हरा दिया. पहला सेट 22 मिनट तक चला और इसमें सायना ने 21-18 से जीत हासिल कर बढ़त बना ली.
दूसरे गेम में सिंधु ने वापसी की जोरदार कोशिश की, लेकिन आखिरकार नेहवाल का अनुभव काम आया और उन्होंने दूसरा सेट भी 23-21 से जीत लिया. नेहवाल के गोल्ड मेडल के साथ ही भारत के गोल्ड मेडल की संख्या 26 हो गई है. लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता सायना ने सिंधु को 56 मिनट तक चले इस मैच में 21-18, 23-21 से मात देकर राष्ट्रमल खेलों का दूसरा स्वर्ण पदक अपने नाम किया. सायना ऐसे में राष्ट्रमंडल खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बन गई हैं.
बाईस साल की ओलंपिक सिल्वर मेडल विजेता सिंधू एड़ी में खिंचाव के कारण मिश्रित टीम स्पर्धा नहीं खेल सकी थीं. वहीं दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी साइना ने 2014 की सिल्वर पदक विजेता क्रिस्टी गिलमोर को सेमीफाइल में 21 . 14, 18 . 21, 21 . 17 से हराया था. दोनों के फाइनल में पहुंचने से भारत का स्वर्ण और रजत पदक पहले ही पक्का हो गया था.
सिंधू ने कहा, ‘मैं काफी निरंतर थी. हालांकि पहला गेम काफी करीबी रहा लेकिन दूसरे गेम में मैंने अच्छी बढ़त बना ली और मजबूती से पकड़ बनाए रखी. यह मेरे लिए अच्छा मुकाबला रहा जो दो ही गेम में खत्म हो गया. 2010 दिल्ली खेलों की चैम्पियन साइना और 2014 की कांस्य पदक विजेता सिंधू पिछले साल नवंबर में सीनियर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में आमने सामने थी जिसमें साइना ने जीत दर्ज की थी. इससे पहले गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ खेलों के 11वें दिन टेबल टेनिस के मिक्स्ड इवेंट में भारत को ब्रॉन्ज मेडल मिला. मनिका बत्रा और एस. गनानासेकरन की जोड़ी ने भारत की जोड़ी मोउमा दास और शरत कमल की जोड़ी को हरा कर मेडल हासिल किया.