मौजूदा वक्त में डिजिटल ट्रांजैक्शन का चलन तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में ज्यादातर लोगों एक से ज्यादा डेबिट, क्रेडिट कार्ड रखते हैं। वर्ष 2016 में नोटबंदी के बाद से ज्यादातर लोग डिजिटल ट्रांजैक्शन की ओर बढ़ गए हैं। अक्सर व्यक्ति किसी खरीदारी के बाद या तो कार्ड से पेमेंट करते हैं या मॉबाइल वॉलेट का इस्तेमाल करते हैं।
डेबिट और क्रेडिट की वजह से भले ही आपको कैश लेकर नहीं चलना होता है लेकिन इनके खो जाने पर आप क्या करेंगे। किस्मत खराब रही और अगर ऐसा हो गया तो नुकसान ज्यादा हो सकता है। अगर आपके पास अलग अलग बैंकों का कार्ड है तो फोन कर उसे ब्लॉक करवाना भी एक कठिन काम है. इससे टेंशन फ्री रहने के लिए आपको कार्ड प्रोटेक्शन प्लान (CPP) लेना होगा। सीपीपी ग्रुप इंडिया भारत में यह सुविधा उपलब्ध करा रही है. जानिए इसके बारे में…
कैसे करता है काम, क्या है खासियत
डेबिट-क्रेडिट कार्ड खो जाने पर उससे संबंधित फ्रॉड को CPP कवर करता है।
अगर कार्ड खो जाता है तो एक कॉल पर सभी कार्ड एक साथ ब्लॉक कर दिए जाएंगे।
इसके लिए 24 घंटे वाली हेल्पलाइन 60004000 सुविधा है।
डायल करने के लिए आपको पहले स्थानीय शहर का STD कोड लगाना होगा।
CPP के फायदे
खो जाने पर इमरजेंसी ट्रैवल, होटल और नकदी की व्यवस्था होगी. प्रीमियम और प्लैटिनम मेंबर को और क्लासिक मेंबर को कार्ड के खोने या चोरी होने की दशा में अलग-अलग राशि है। इसके अतिरिक्त आपको कार्ड के खोने या चोरी होने के 15 दिन पहले से फिशिंग और ऑनलाइन फ्रॉड का कवर उपलब्ध कराया जाता है।
इस तरह का कार्ड बीमा आपकी इमरजेंसी यात्रा का ध्यान रखता है। अगर आपने कार्ड सुरक्षा योजना ली है तो बैंक या बीमाकर्ता आपके लिए एक यात्रा टिकट बुक करेंगे। आपके घर की लागत जैसे होटल बिल आदि को भी योजना के तहत सुरक्षा दी जाती है। SBI कार्ड सुरक्षा योजना के तहत 1.6 लाख रुपये तक के होटल बिल देता है। 1.6 लाख रुपये तक की यात्रा सहायता भी दी जाती है।
इस योजना के भीतर आप अपने परिवार के सदस्यों को बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के जोड़ सकते हैं। SBI के प्रीमियम कार्ड सुरक्षा योजना में आप अपने जीवनसाथी का नामांकन कर सकते हैं। SBI के प्लेटिनम कार्ड सुरक्षा योजना में आप अपने परिवार के 4 सदस्यों (पति / पत्नी और माता-पिता) को नामांकित कर सकते हैं।