कोरोना वायरस के कारण दुनिया में 5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। दुनिया में सर्वाधिक संक्रमण के मामले अमेरिका में सामने आए हैं तो सर्वाधिक मौतें भी यहीं हैं। कोरोना वायरस के कारण जिन देशों में सर्वाधिक मौतें हुई हैं, उनमें से शीर्ष पांच देशों में कुल 58 फीसद मौतें हुई हैं। वहीं यदि शीर्ष 10 देशों की बात करें तो यह आंकड़ा 76 फीसद हो जाता है।
वल्र्डोमीटर्स के अनुसार रूस और भारत जैसे देश संक्रमण के मामलों की संख्या में दुनिया के तीसरे और चौथे देश हैं। हालांकि आश्चर्यजनक रूप से रूस सर्वाधिक मौतों वाले 10 देशों में शामिल नहीं है, वहीं भारत का आठवां स्थान है, जो यह बताता है कि अधिक संक्रमण, अधिक मौतों का कारण नहीं है। आइए आंकड़ों के जरिए जानते हैं कि दुनिया में कोविड-19 के कारण होने वाली मौतों की क्या है स्थिति।
अमेरिका सर्वाधिक प्रभावित : संक्रमितों के लिहाज से अमेरिका शीर्ष पर है, वहीं कोविड-19 के कारण सर्वाधिक मौतें भी यहीं हुई हैं। यहां 1.28 लाख से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी हैं। इस तरह कोविड-19 से होने वाली एक चौथाई मौतें अकेले अमेरिका में हुई है। इसके बाद ब्राजील है, जहां पर अब तक 57 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि तीसरे स्थान पर मौजूद ब्रिटेन में मौतों पर ब्रेक लगा है। ऐसी ही स्थिति चौथे, पांचवे और छठे स्थान पर मौजूद इटली, फ्रांस और स्पेन की भी है। सर्वाधिक मौतों वाले शीर्ष 10 देशों में प्रति दस लाख लोगों पर सर्वाधिक 642 लोगों की मौतें ब्रिटेन में ही हुई है।
सबसे बेहतर भारत : दुनिया में सर्वाधिक मौतें के मामले में भारत आठवें स्थान पर है। यहां पर अब तक 16 हजार से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी हैं। हालांकि भारत के लिए सबसे अच्छी बात ये है कि कोविड-19 से होने वाली सर्वाधिक मौतों वाले शीर्ष दस देशों में भारत ही है, जिसकी स्थिति सबसे बेहतर है। प्रति दस लाख लोगों पर यहां पर सबसे कम 12 लोगों की मौत हुई है। भारत के अलावा टॉप-10 में कोई भी देश ऐसा नहीं है जहां पर इस आधार पर 100 से कम मौते हुई हों।
उम्मीद जगाते हैं ये आंकड़े : दुनिया भर में मौतों का आंकड़ा 5 लाख को पार करने से यह भयावह लगता है। हालांकि कुछ आंकड़े उम्मीद भी जगाते हैं। वैश्विक स्तर पर दैनिक मौतों के मामलों में गिरावट आ रही है। दुनिया में एक ही दिन में 17 अप्रैल को सर्वाधिक मौतें हुई थीं। इस दिन 8,470 लोग कोरोना के कारण मारे गए थे। अप्रैल में दैनिक मौतों का आंकड़ा बहुत अधिक था, हालांकि इसके बाद इसमें गिरावट दर्ज की गई है। जून में इसमें काफी गिरावट आई। सिर्फ 16 जून को यह आंकड़ा 6 हजार के पार गया लेकिन ज्यादातर 5 हजार के आसपास बना रहा। वहीं 28 जून को 3,454 लोगों की मौत हुई थी।