भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस फाइल्स के तीसरे एपिसोड में कोयला घोटाले को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है। भाजपा ने ”कोयले की दलाली में ‘हाथ’ काला” कहावत का जिक्र करते हुए कहा कि जब कोयला ही कांग्रेस सरकार में घोटाले का शिकार बन गया तो आप सोचिए कि कांग्रेस ने कहां-कहां और कैसे-कैसे घोटाले नहीं किए होंगे।
”कोयले की दलाली में यूपीए सरकार पर पुत गई थी कालिख”
भाजपा नेCongress Files के तीसरे एपिसोड में कहा है, ”वो कहावत आपने सुनी होगी कि कोयले की दलाली में हाथ काला। यह कहावत ही नहीं, सच्चाई भी है। साल 2012 में कोयले की दलाली में कांग्रेस का हाथ ही काला नहीं हुआ था, बल्कि कांग्रेस की यूपीए सरकार पर कालिख पुत गई थी।”
”मनमोहन सिंह के वादों से ज्यादा, घोटालों की चर्चा”
भाजपा ने आगे कहा, “कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के मुखियाथे। मनमोहन सिंह जब दूसरी बार प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने जनता से कई वादे किए थे। हालांकि, उनके कार्यकाल में उनके वादों की कम, घोटालों की ज्यादा चर्चा हुई।’
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‘नियमों के खिलाफ जाकर किया गया कोयला खदानों का आवंटन’
भाजपा ने कहा कि साल 2004 से 2009 के बीच हुए घोटाले में करीब 100 कंपनियों को नियमों के विरुद्ध जाकर कोयला खदानों का आवंटन किया गया था। बेहद सस्ती कीमतों पर… बगैर नीलामी के… खदानों से कोयला निकालने के ठेके निजी कंपनियों को दिए गए था। इस घोटाले से देश को करीब एक लाख 86 हजार करोड़ का नुकसान हुआ था। इस घोटाले में कैग ने तत्कालीन सरकार पर मनमाने ढंग से सार्वजनिक और निजी कंपनियों को कोयला भंडार के गलत आवंटन की बात कही थी।
‘कोयला घोटाला से खराब हुई देश की छवि’
भाजपा ने कहा कि कांग्रेस ने कोयला कंपनियों के साथ मिलकर जो खेल खेला था, उससे न सिर्फ देश को आर्थिक नुकसान हुआ था, बल्कि देश की छवि भी खराब हुई थी। इस घोटाले का रोचक पहलू यह है कि 2004 से 2009 के दौरान कोयला मंत्रालय शिबू सोरेन और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पास रहा था।