गाजियाबाद के मुरादनगर श्मशान हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कार्रवाई की है. सीएम योगी ने घटना के लिए जिम्मेदार इंजीनियर और ठेकेदार के खिलाफ एनएसए लगाने का आदेश दिया है. साथ ही पूरे नुकसान की वसूली दोषी इंजीनियर और ठेकेदार से करने के भी दिए निर्देश दिए गए हैं. ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएम और कमिश्नर को नोटिस जारी करके पूछा कि जब सितंबर में ही 50 लाख से ऊपर के निर्माण कार्यों का भौतिक सत्यापन करने का स्पष्ट निर्देश दिया गया तो चूक क्यों हुई. इसके साथ ही मृ्तक परिवारों को दस-दस लाख की आर्थिक सहायता और इनमें आवासहीन परिवारों को आवासीय सुविधा मुहैया करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
गौरतलब है कि बीती रात ही मुरादनगर में श्मशान में हुए हादसे का मुख्य आरोपी अजय त्यागी को गिरफ्तार कर लिया गया. हादसे के बाद से वह फरार था. गाजियाबाद पुलिस ने आरोपी अजय त्यागी पर 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया था. हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी. श्मशान घाट में घटिया निर्माण के चलते छत गिर गई थी.
ठेकेदार अजय त्यागी से पहले पुलिस ने मुरादनगर नगरपालिका की ईओ निहारिका सिंह, जेई चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष को गिरफ्तार किया था. इनके खिलाफ धारा 304, 337, 338, 427, 409 के तहत मुरादनगर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है. पुलिस ने अपनी जांच में श्मशान घाट में छत बनाने वाले ठेकेदार, नगरपालिका के इंजीनियर और अफसरों को लापरवाह पाया था.
रविवार को मुरादनगर में श्मशान की छत गिरने के कारण 25 लोगों की मौत हो गई थी. उखलारसी गांव में एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर परिजन और सगे संबंधी मृतक का अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान घाट लेकर पहुंचे थे. परिजन मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार कर ही रहे थे तभी श्मशान घाट की छत भरभरा कर गिर गई.