नवरात्रि के पावन पर्व में लोग व्रत रखते हैं. पर क्या इस दौरान गर्भवती महिलाएं व्रत रख सकती हैं? अगर हां तो उन्हें किन सावधानियों को ध्यान में रखने की जरूरत है. जानें हर सवाल का जवाब.
प्रेग्नेंसी में व्रत
गर्भवती महिलाएं उपवास रख सकती हैं? डॉक्टर्स का कहना है कि व्रत के दौरान महिला के शरीर में जो भी अच्छा-बुरा होता है, उसका प्रभाव केवल मां पर ही नहीं, बल्कि होने वाली संतान पर भी पड़ता है. इसलिए सावधानी जरूरी है.
कब रख सकती हैं व्रत
डॉक्टर्स कहते हैं कि गर्भावस्था के दौरान व्रत रखना बहुत हद तक आपके शरीर पर निर्भर करता है. क्योंकि जब आप अंदर से अच्छा महसूस कर रही हैं, तब उपवास रखने में कोई परेशानी नहीं है. अंदर से अच्छा मतलब स्वस्थ महसूस करना. दूसरे हालात शरीर में खून की कमी, कमजोरी, उच्च रक्तचाप या फिर गर्भकालीन मधुमेह हो सकते हैं. इनमें व्रत रखने की सलाह नहीं दी जाती.
कब ना रखें
गर्भावस्था में पहली और तीसरी तिमाही में व्रत रखने की सलाह नहीं दी जाती. पहले तीन महीनों में अगर लंबे समय तक भूखा रहा जाए, तो जी मिचलाना और उल्टी की समस्या हो सकती है. तीसरी तिमाही में ऐसा करने से चक्कर का खतरा रहता है.
रख रही हैं व्रत तो बरतें ये सावधानियां
– खूब पानी पीएं जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या ना हो जाए. नारियल पानी, दूध व जूस जैसे पेय पदार्थ लें. फल, सब्जी, जूस से शरीर में पानी की जरूरत भी पूरी होती है और पोषक तत्व भी मिल जाते हैं.
– उपवास में कॉफी या चाय का सेवन न करें.
– घर पर रहें. बाहर निकलने से आपको थकावट होगी, एनर्जी कम हो सकती है.
– व्रत के दौरान गर्भ में भ्रूण की हलचल पर नजर रखें. यानी बच्चे की मूवमेंट कम नहीं होनी चाहिए.
– जब भी व्रत तोड़ें तो पहले घर में तैयार एक ग्लास जूस या नारियल पानी पीएं. इसके बाद कुछ हल्का खाना खाएं.