राज्य

ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से कीमती सोलर प्लेट समेत कई उपकरण चोरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही देश को प्रगति पथ पर ले जाने में लगे है, लेकिन चोर उनकी योजना में बाधा बन रहे हैं। वाराणसी से नई दिल्ली के बीच चली महामना एक्सप्रेस में कीमती नल की टोंटी के साथ अन्य सामान चोरी करने के बाद लोगों ने ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से भी लाखों के उन उपकरणों को चोरी कर लिया जो उसकी शोभा बढ़ा रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीती 27 मई को ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था। इस दौरान उन्होंने रोड-शो भी किया था। अभी इसके उद्घाटन को एक महीना भी नहीं हुआ कि लाखों के उपकरण चोरी हो गए हैं। एक्सप्रेस वे से उपकरण चोरी की घटनाएं पुलिस के सिर का दर्द बनती जा रही है। कल रात को चोरों ने मवीकलां से सरफाबाद जंगल के बीच करीब दर्जन भर सोलर प्लेट, फव्वारों में लगी टोटियां समेत लाखों का सामान चोरी कर लिया। इसके अलावा चोर यहां से सोलर पैनल, बैटरी, लोहा और अंडर पास की लाइटें आदि सामान चुराकर ले गए। एनएचएआइ के अधिकारी नुकसान की सूची तैयार कर रहे हैं। डासना से कुंडली तक जगह-जगह सामान चोरी किया गया है। चोरी हुए सामान की कीमत लाखों रुपये होने का अनुमान है। यहां हाईटेक पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर ओवरलोड वाहनों को फर्राटा भरने से रोकने के लिए वजन मापक मशीनेंं लगाई जा रही हैं। अभी एक्सप्रेस-वे पूरी तरह से चालू नहीं हुआ, पर रोजाना हजारों वाहन तेज गति से फर्राटा भर रहे हैं। एक्सप्रेस-वे को ओवरलोड वाहनों से बचाने के लिए वजन मापक मशीन लगाने का कार्य शुरू हो गया है। इसकी खास बात यह है कि ओवरलोड वाहनों को मशीन पार करते ही बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। मशीन से ग्रीन सिग्नल मिलने पर ही वाहनों को आगे रवाना किया जाएगा। एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक डासना से कुंडली तक जगह-जगह सोलर पैनल चोरी किए गए हैं। इसके अलावा अंडर पास की लाइटें, बैटरी, रंग-बिरंग फव्वारों की टोंटी तक भी चोरी कर ली गई। पिछले करीब 15 दिन में ही लाखों रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। एनएचएआई के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। उनका कहना है कि जो नुकसान हुआ है, उसकी लिस्ट तैयार कराई जा रही है। कितने लाख का नुकसान हुआ है, यह अभी स्पष्ट नहीं है। सूची बनने के बाद ही सही बताया जा सकता है। मवी कलां गांव के इंटरचेंज पर बनाई गई इंडिया गेट की कैनोपी को भी पिछले दिनों असामाजिक तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था। अभी तक यह कैनोपी भी ठीक नहीं कराई गई है। गौरतलब है कि ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे का 27 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था। इसके बाद से ट्रायल के तौर पर इसे वाहनों के लिए खोल दिया गया। एक्सप्रेस वे पर वाहनों की आवाजाही बढ़ गई है, लेकिन पिछले 15 दिन में ही चोरों ने भी एक्सप्रेस-वे से कीमती सामान चोरी करना शुरू कर दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही देश को प्रगति पथ पर ले जाने में लगे है, लेकिन चोर उनकी योजना में बाधा बन रहे हैं। वाराणसी से नई दिल्ली के बीच चली महामना एक्सप्रेस में कीमती नल की टोंटी के साथ …

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पीसीएस (प्री) 2017 परिणाम संशोधन पर इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला सुरक्षित

पीसीएस (प्रारंभिक) परीक्षा 2017 के परिणाम में संशोधन पर शीर्ष कोर्ट का फैसला 14 जून को आएगा। दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं की बहस सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित कर लिया। धर्मेंद्र सिंह सहित अन्य की याचिकाओं पर मंगलवार को न्यायमूर्ति यूयू ललित और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की खंडपीठ में सुनवाई हुई। मालूम हो कि उप्र लोकसेवा आयोग से जनवरी 2018 में जारी पीसीएस (प्रारंभिक) परीक्षा 2017 के परिणाम को 120 याचियों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। याचियों ने 14 प्रश्नों पर आपत्ति की थी जिसमें कोर्ट ने एक प्रश्न को रद करने व दो के उत्तरों में बदलाव कर आयोग को संशोधित परिणाम जारी करने का निर्देश दिया था। आयोग ने परिणाम तो संशोधित नहीं किया बल्कि शीर्ष कोर्ट में एसएलपी दाखिल कर दी। जिस पर आयोग को कोर्ट से स्थगनादेश मिल गया और उसके बाद ही पीसीएस मुख्य परीक्षा कराने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। मुख्य परीक्षा 18 जून से है। धर्मेंद्र सिंह व अन्य ने शीर्ष कोर्ट में इसी को चुनौती दी है कि आयोग ने हाईकोर्ट के निर्देश का पालन नहीं किया। याचियों का कहना है कि उन सभी को एक या दो नंबर से पीछे रहने के चलते मुख्य परीक्षा में शामिल होने का मौका नहीं मिला है, जबकि गलती आयोग की है और हाईकोर्ट ने भी इसे सही माना है। आयोग प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम संशोधित करते तो उन्हें भी मुख्य परीक्षा में शामिल करने का मौका मिल सकता है।

पीसीएस (प्रारंभिक) परीक्षा 2017 के परिणाम में संशोधन पर शीर्ष कोर्ट का फैसला 14 जून को आएगा। दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं की बहस सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित कर लिया। धर्मेंद्र सिंह सहित अन्य की याचिकाओं पर मंगलवार …

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बंगला विवाद: CM, गवर्नर, मीडिया सबपर बरसे अखिलेश, कहा- मैं जीता तो चिलम ढूंढेंगे अधिकारी

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सरकारी बंगले में तोड़फोड़ मामले को लेकर मीडिया से मुखातिब हुए. प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश के हाव-भाव बेहद ही आक्रामक थे, और वो उसी अंदाज में इस मामले को लेकर योगी सरकार, गवर्नर और अधिकारियों पर बरसे. अखिलेश ने सबसे पहले राज्यपाल राम नाइक पर अपनी भड़ास निकाली. उन्होंने कहा, 'गवर्नर साहब अच्छे आदमी हैं. उन्हें संविधान के हिसाब से बोलना चाहिए, लेकिन कभी-कभी उनके अंदर आरएसएस की आत्मा आ जाती है तो क्या करें.' दरअसल बंगले में तोड़फोड़ मामले पर राज्यपाल ने ही कार्रवाई करने के लिए राज्य की योगी सरकार से सिफारिश की है. उसके बाद अखिलेश इशारों-इशारों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बरसे, अखिलेश ने कहा कि हमें तो पांच साल बाद लखनऊ में घर ढूंढना पड़ा, लेकिन इनको तो कभी भी खोजना पड़ सकता है. ये क्या करेंगे? अखिलेश यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि घर की सुंदरता घर वालों से आती है. मैं चाहता हूं कि हमने जो बंगला खाली किया वो हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को मिलना चाहिए. पूर्व CM ने कहा कि आप थानो से पता करिये कि टोंटिया कौन निकाल ले जाता है. आपसे पहले वहां कौन गया था, किसी और ने तो टोंटिया नहीं निकाली. अखिलेश ने आरोप लगाया कि सरकार की शह पर दो अधिकारी मेरे घर पर पहले गए. इसकी जांच होनी चाहिए. अखिलेश ने कहा, 'आज जो अधिकारी बंगले में टोंटी खोज रहे हैं, वही अधिकारी मेरे सत्ता में आने के बाद चिलम खोजेंगे. इसके अलावा अखिलेश ने कहा कि मेरे बंगले में टोंटी टूटी नहीं थी. फिर किसने ये खबर लीक की, आपने उस स्मैकिया को पकड़ा नहीं है.' बीजेपी पर बरसते हुए कहा कि यह हमेशा डिस्ट्रैक्ट के लिए जानी जाती है. अखिलेश ने कहा, 'मैं कई बार बोल चुका हूं, ये एक जेब अफीम रखते हैं. दूसरी जेब में क्लोरोफॉर्म. अब ये जो टोंटी है वो इनका क्लोरोफॉर्म के रूप में सामने आया है. अखिलेश की मानें तो उपचुनावों में हार के बाद से बीजेपी बौखला गई है और उनपर बेवजह बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं.

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सरकारी बंगले में तोड़फोड़ मामले को लेकर मीडिया से मुखातिब हुए. प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश के हाव-भाव बेहद ही आक्रामक थे, और वो उसी अंदाज में इस मामले …

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अखिलेश पर योगी सरकार का पलटवार, पूछा- दीवार के पीछे क्या छुपाया था?

बंगला विवाद पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सफाई के बाद भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है. यूपी सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि जब चोर की दाढ़ी में तिनका होता है, तो वह बौखलाया रहता है. साथ ही उन्होंने ये भी  सवाल उठाए कि आखिरकार दीवार के पीछे क्या था, वो जरूर बताइएगा. आखिरकार क्या छुपाया था जिसे निकालना जरूरी था? सिद्धार्थनाथ सिंह ने अखिलेश यादव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जो शिक्षा उन्हें मिली है, उस हिसाब से उनकी सभ्य भाषा होनी चाहिए थी. लेकिन उन्होंने ऐसा बर्ताव नहीं किया. उन्होंने कहा कि हम अखिलेश के बयान की भर्त्सना करते हैं और 'खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे' की संज्ञा देते हैं. अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर उपचुनाव में हार के कारण बंगला साजिश रचने के भी आरोप लगाए, जिस पर सिद्धार्थनाथ सिंह ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि यह 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे'वाली हालत है. अखिलेश ने अपनी सफाई में कहा था कि अगर जांच रिपोर्ट में सरकारी पैसे से सामान की बात साबित हो जाए तो वह वापस करने के लिए तैयार हैं. अखिलेश ने दावा किया है कि वह खुद सामान ले गए थे. इस पर सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि अगर आपने अपना पैसा लगाया है तो उसका इनकम टैक्स में हिसाब किताब देना चाहिए. राज्यपाल पर टिप्पणी गलत सिद्धार्थनाथ सिंह ने राज्यपाल पर अखिलेश यादव की टिप्पणी पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा, 'गवर्नर साहब के बारे में जो टिप्णियां की हैं वो बेहद गलत है. जब कोई सरकारी घर खाली करता है तो उसे अच्छी हालत में छोड़कर जाता है.' अखिलेश यादव ने कहा था कि राज्यपाल संविधान के तहत काम नहीं कर रहे हैं, उनके अंदर आरएसएस की आत्मा है. दरअसल, राज्यपाल राम नाईक ने कहा है कि आम लोगों से वसूले गए टैक्स के पैसों से सरकारी बंगलों का रखरखाव होता है और बंगला खाली करने से पहले की गई तोड़फोड़ बहुत ही गंभीर और अनुचित मामला है, ऐसे में इस पर विधिसम्मत कार्रवाई की जानी चाहिए.

बंगला विवाद पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सफाई के बाद भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है. यूपी सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि जब चोर की दाढ़ी में तिनका होता है, तो वह …

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वाराणसी में रन-वे पर सड़क जैसा दृश्य, आमने-सामने आ गए विमान

लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, बाबतपुर के रन-वे पर आज बिल्कुल सड़क जैसा माहौल बन गया। यहां रन-वे पर दो विमान आमन-सामने आ जाने से खलबली मच गई। पायलट की सतर्कता से आज यहां बड़ा विमान हादसा होने से बच …

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RSS मानहानि केस में राहुल गांधी पर आरोप तय, चलेगा केस; कोर्ट में बोले- मैं दोषी नहीं हूं

आरएसएस मानहानि केस में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भिवंडी कोर्ट से झटका लगा है। महाराष्ट्र की भिवंडी कोर्ट ने राहुल गांधी के खिलाफ आरोप तय किए हैं। अब राहुल पर आइपीसी की धारा 499 और 500 तहत के केस चलेगा। अब मामले की अगली सुनवाई 10 अगस्त को होगी। बता दें कि मानहानि केस में मंगलवार को राहुल भिवंडी कोर्ट में पेश हुए। जहां उन्होंने बयान दर्ज कराते हुए अपनी सफाई में कहा कि मैं दोषी नहीं हूं। राहुल के साथ पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण और अशोक गहलोत में अदालत में मौजूद थे। हालांकि अदालत ने राहुल पर आइपीसी की धारा 499 और 500 के तहत आरोप तय किए। मानहानि मामले में अदालत में पेश हुए राहुल गांधी राहुल भिवंडी में दंडाधिकारी की अदालत में पेश हुए। इस अदालत में आरएसएस के खिलाफ टिप्पणी करने के लिए उनके खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया गया है। राहुल गांधी ने छह मार्च, 2014 को एक चुनावी रैली में महात्मा गांधी की हत्या को आरएसएस से जोड़ा था। बता दें कि दो मई को कोर्ट ने कांग्रेस अध्यक्ष से 12 जून को हाजिर रहने को कहा था। उस दिन अदालत ने उनकी अर्जी पर सुनवाई की थी। कांग्रेस अध्यक्ष ने समरी ट्रायल की जगह दर्ज विस्तृत सुबूत मांगा था। ठाकरे, योगी और स्मृति ईरानी की रैलियों में आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतें यह भी पढ़ें क्या है पूरा मामला? दरअसल, संघ कार्यकर्ता राजेश कुंटे ने 2014 में भिवंडी में राहुल गांधी का भाषण सुनने के बाद उनके खिलाफ केस दर्ज किया था। राहुल ने उस भाषण में कहा था कि महात्मा गांधी की हत्या के पीछे आरएसएस का हाथ था। कोर्ट में सुनवाई के दौरान जज ने राहुल से कहा कि आपके बयान से आरएसएस की साख को नुकसान पहुंचा है। महाराष्ट्र के पालघर संसदीय सीट के उपचुनाव में ‘हॉटकेक’ बने उत्तर भारतीय मतदाता यह भी पढ़ें आज 'शक्ति' परियोजना की करेंगे शुरुआत जानकारी के मुताबिक कोर्ट में पेश होने के बाद राहुल गांधी शाम करीब चार बजे मुंबई के गोरेगांव में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे पार्टी के नगर सेवकों से भी संवाद करेंगे। यहां वे ‘शक्ति’ नाम से एक परियोजना की भी शुरुआत करेंगे, जिससे पार्टी कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद कायम किया जा सकेगा और विभिन्न मुद्दों पर उनकी राय ली जा सकेगी।

आरएसएस मानहानि केस में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भिवंडी कोर्ट से झटका लगा है। महाराष्ट्र की भिवंडी कोर्ट ने राहुल गांधी के खिलाफ आरोप तय किए हैं। अब राहुल पर आइपीसी की धारा 499 और 500 तहत के केस चलेगा। …

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अमित शाह ने भेड़ाघाट पहुंचकर मां नर्मदा का किया पूजन

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भेड़ाघाट पहुंचकर मां नर्मदा का पूजन किया। भेड़ाघाट पर उनके साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह, वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय, नरोत्तम मिश्रा सहित भाजपा के कई …

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सी प्लेन योजना पर कांग्रेस के पार्षदों ने किया हंगामा

अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सी प्लेन का शो सर्वाधिक चर्चित हुआ था, लेकिन अब इसको लेकर विवाद पैदा हो गया है। गुजरात सरकार ने सी प्लेन योजना के लिए बजट में 30 करोड़ रुपये का प्रावधान तो कर डाला, लेकिन रिवरफ्रंट बोर्ड को आज तक इस आशय का कोई प्रस्ताव तक नहीं भेजा। बोर्ड की बैठक में विपक्ष के हंगामे के बाद अहमदाबाद महानगर पालिका के रिवरफ्रंट बोर्ड ने इस पर स्पष्टीकरण दिया। गत वर्ष विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साबरमती नदी में सी प्लेन से उतरे थे। यहां से वे अंबाजी दर्शन करने गए तथा वापस साबरमती में सी प्लेन से उतरे थे। पीएम मोदी के चुनाव प्रचार का यह तरीका अहमदाबाद व गुजरातवासियों को खूब भाया था, जिसके बाद राज्य सरकार ने सी प्लेन को अपने पर्यटन में शामिल करते हुए अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा व पोरबंदर आदि शहरों के बीच सी प्लेन उडाने की घोषणा की। गाहे बगाहे वित्तमंत्री नितिन पटेल ने बजट में 30 करोड़ रुपये सी प्लेन प्रोजेक्ट के लिए घोषित भी कर दिए, लेकिन उसके बाद आज तक अहमदाबाद महानगर पालिका संचालित रिवरफ्रंट बोर्ड के समक्ष सी प्लेन को लेकर कोई प्रस्ताव तक नहीं भेजा। गुजरात कांग्रेस में युवा व वरिष्ठ नेताओं के बीच खींचतान यह भी पढ़ें विपक्षी दल कांग्रेस के पार्षदों ने सोमवार को बोर्ड बैठक में इस मुद्दे को लेकर हंगामा किया तो बोर्ड ने इस पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि सरकार की ओर से सी प्लेन का अभी तक कोई प्रस्ताव ही नहीं आया। इस पर कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोषी चुटकी लेते हुए कह रहे हैं कि भाजपा सरकार जनता को सपने दिखाकर चुनाव जीतने में विश्वास करती है, बाद में सत्ता में आने पर जनता से किए वादे भूल जाती है।

अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सी प्लेन का शो सर्वाधिक चर्चित हुआ था, लेकिन अब इसको लेकर विवाद पैदा हो गया है। गुजरात सरकार ने सी प्लेन योजना के लिए बजट में 30 करोड़ रुपये …

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कठुआ मामले में आज भी गवाहों की पेशी, काेर्ट में चल रही है जिरह

जेएनएन, पठानकोट। यहां जिला अदालत में मंगलवार को भी कठुआ मामले की सुनवाई शुरू हो गई। सात आरोपितों को काेर्ट में पेश किया गया है और गवाही पर जिरह हो रही है। अरोपितों को कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच कोर्ट …

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बुजुर्ग और जहरीला सांप, साथ लेकर अस्पताल पहुंचे परिजन, जानिए मामला

जिले के सदर अस्पताल में सोमवार की शाम अफरा-तफरी मच गई जब एक बुजुर्ग को परिजन सांप के साथ लेकर अस्पताल पहुंचे। दरअसल, सांप ने बुजुर्ग को काट लिया था और सांप को दिखाने और बुजुर्ग के बेहतर इलाज के …

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