राष्ट्रीय

देश में बड़ा खतरा, होने वाली बिजली गुल्ल, कई राज्यों से तो बिजली…..

आज हम आपको कुछ ऐसा बताने जा रहे है! जिससे आपके रोंगटे खड़े हो जायेगे! जी हां देश के बड़े हिस्सों को सामना करना पड़ रहा है ब्लैक आउट का! ब्लैक आउट का मतलब यानी देश से बिजली खत्म! देश …

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CG कैबिनेट का फैसला, विवाहित बेटी को भी मिलेगा परिवार पुनर्वास नीति का लाभ

आचार संहिता लागू होने से महज कुछ घंटे पहले छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की अध्यक्षता में हुई। यह डॉ रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य में तीसरा कार्यकाल पूरा करने जा रही भाजपा सरकार की इस पारी की अंतिम बैठक थी। ADVERTISING inRead invented by Teads लोगों को अनुमान था कि चुनाव को देखते हुए इस बैठक में कुछ लोक लुभावने निर्णय लिए जा सकते हैं। सरकार ने इस बैठक में जो निर्णय लिए, वे कई मायनों में बेहद खास हैं। इस बैठक में सबसे बड़ा निर्णय बेटियों को उनका हक दिलाने का रहा। राज्य की आदर्श पुनर्वास नीति 2007 में बदलाव कर एक बड़ा निर्णय लिया है। सरकार ने इस नीति की परिभाषा ही बदल दी है। अब इस दायरे में परिवार की शादीशुदा बेटियां भी आएंगी और उन्हें अपने माता-पिता के परिवार का आजीवन हिस्सा माना जाएगा। वर्तमान कानून के मुताबिक सरकार की कई योजनाओं में पुनर्वास नीति के तहत प्रभावित परिवार की सूची से बाहर रखा जाता था, लेकिन अब किसी भी मामले में प्रभावित परिवार के सदस्यों की सूची में परिवार की विवाहित बेटी को भी पुनर्वास नीति का लाभ मिलेगा। CG कैबिनेट का फैसला, विवाहित बेटी को भी मिलेगा परिवार पुनर्वास नीति का लाभ यह भी पढ़ें इसके साथ ही सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वेट की दर कम करने संबंधि अधिसूचना भी जारी कर दी है। बैठक में नवा छत्तीसगढ़ 2025 अटल दृष्टि पत्र का अनुमोदन भी किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा यह दृष्टि पत्र किसी पार्टी या किसी व्यक्ति की विचारधारा का नहीं है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के निवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतीक है। चाहे कोई भी सरकार बने, यह विजन अटल रहेगा आचार संहिता लगने से ठीक पहले छत्तीसगढ़ में दो बड़ी रेल परियोजनाओं का शिलान्यास यह भी पढ़ें बैठक में नवा छत्तीसगढ़ 2025 अटल दृष्टि पत्र का अनुमोदन भी किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा यह दृष्टि पत्र किसी पार्टी या किसी व्यक्ति की विचारधारा का नहीं है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के निवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतीक है। राज्य में आगे चाहे किसी भी पार्टी की सरकार बने अटल विकास दृष्टि पत्र उसके लिए एक विजन डॉक्यूमेंट के रूप में काम आएगा। इस दृष्टि पत्र के आधार पर चलकर साल 2025 तक समाज के हर एक तबके में विकास के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। यह दृष्टि पत्र एक निर्णायक कदम है जिसे आधार बनाकर वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ स्मार्ट, सशक्त, समृद्ध, हरित और खुशहाल राज्य होगा। ऐसे तैयार हुआ यह दृष्टि पत्र CG : दो चरण में होंगे विधानसभा चुनाव, इस दिन आएंगे नतीजे यह भी पढ़ें उल्लेखनीय है कि 5 सितंबर को डोंगरगढ़ से अटल विकास यात्रा की शुरूआत की गई थी। इस विकास यात्रा के दौरान सीएम डॉ रमन ने समाज के हर एक वर्ग और तकबे से मिलकर विकास के संबंध में उनकी आंकांक्षाओं की जानकारी ली और इसी आधार पर 2025 तक राज्य के सुनियोजित विकास के लिए अटल दृष्टि पत्र तैयार किया गया है।आचार संहिता लागू होने से महज कुछ घंटे पहले छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की अध्यक्षता में हुई। यह डॉ रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य में तीसरा कार्यकाल पूरा करने जा रही भाजपा सरकार की इस पारी की अंतिम बैठक थी। ADVERTISING inRead invented by Teads लोगों को अनुमान था कि चुनाव को देखते हुए इस बैठक में कुछ लोक लुभावने निर्णय लिए जा सकते हैं। सरकार ने इस बैठक में जो निर्णय लिए, वे कई मायनों में बेहद खास हैं। इस बैठक में सबसे बड़ा निर्णय बेटियों को उनका हक दिलाने का रहा। राज्य की आदर्श पुनर्वास नीति 2007 में बदलाव कर एक बड़ा निर्णय लिया है। सरकार ने इस नीति की परिभाषा ही बदल दी है। अब इस दायरे में परिवार की शादीशुदा बेटियां भी आएंगी और उन्हें अपने माता-पिता के परिवार का आजीवन हिस्सा माना जाएगा। वर्तमान कानून के मुताबिक सरकार की कई योजनाओं में पुनर्वास नीति के तहत प्रभावित परिवार की सूची से बाहर रखा जाता था, लेकिन अब किसी भी मामले में प्रभावित परिवार के सदस्यों की सूची में परिवार की विवाहित बेटी को भी पुनर्वास नीति का लाभ मिलेगा। CG कैबिनेट का फैसला, विवाहित बेटी को भी मिलेगा परिवार पुनर्वास नीति का लाभ यह भी पढ़ें इसके साथ ही सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वेट की दर कम करने संबंधि अधिसूचना भी जारी कर दी है। बैठक में नवा छत्तीसगढ़ 2025 अटल दृष्टि पत्र का अनुमोदन भी किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा यह दृष्टि पत्र किसी पार्टी या किसी व्यक्ति की विचारधारा का नहीं है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के निवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतीक है। चाहे कोई भी सरकार बने, यह विजन अटल रहेगा आचार संहिता लगने से ठीक पहले छत्तीसगढ़ में दो बड़ी रेल परियोजनाओं का शिलान्यास यह भी पढ़ें बैठक में नवा छत्तीसगढ़ 2025 अटल दृष्टि पत्र का अनुमोदन भी किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा यह दृष्टि पत्र किसी पार्टी या किसी व्यक्ति की विचारधारा का नहीं है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के निवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतीक है। राज्य में आगे चाहे किसी भी पार्टी की सरकार बने अटल विकास दृष्टि पत्र उसके लिए एक विजन डॉक्यूमेंट के रूप में काम आएगा। इस दृष्टि पत्र के आधार पर चलकर साल 2025 तक समाज के हर एक तबके में विकास के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। यह दृष्टि पत्र एक निर्णायक कदम है जिसे आधार बनाकर वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ स्मार्ट, सशक्त, समृद्ध, हरित और खुशहाल राज्य होगा। ऐसे तैयार हुआ यह दृष्टि पत्र CG : दो चरण में होंगे विधानसभा चुनाव, इस दिन आएंगे नतीजे यह भी पढ़ें उल्लेखनीय है कि 5 सितंबर को डोंगरगढ़ से अटल विकास यात्रा की शुरूआत की गई थी। इस विकास यात्रा के दौरान सीएम डॉ रमन ने समाज के हर एक वर्ग और तकबे से मिलकर विकास के संबंध में उनकी आंकांक्षाओं की जानकारी ली और इसी आधार पर 2025 तक राज्य के सुनियोजित विकास के लिए अटल दृष्टि पत्र तैयार किया गया है।

आचार संहिता लागू होने से महज कुछ घंटे पहले छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की अध्यक्षता में हुई। यह डॉ रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य में तीसरा कार्यकाल पूरा करने जा …

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शिक्षकों के लिए काम की खबर, जान लें वेतन से होगी कितनी कटौती

जिन शिक्षकों की वार्षिक आय तीन से पांच लाख रुपये के बीच होगी, उनके वेतन से सेवा कर के रूप में एक हजार रुपये की एकमुश्त कटौती होगी। पांच से दस लाख के वेतनमान वाले शिक्षकों के वेतन से दो हजार से ढाई हजार रुपये की कटौती होगी। नियोजित शिक्षकों के वेतन से सीधे राशि की कटौती नहीं होगी। उन्हें जैसे वेतन जारी होता है होगा बाद में संबंधित शिक्षक चालान के माध्यम से सेवा कर कोषागार में जमा करेंगे। अगस्त और सितंबर का वेतन नहीं मिला प्रदेश के सरकारी नियोजित और नियमित शिक्षकों को फिलहाल अगस्त और सितंबर का वेतन नहीं मिला है। नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए शिक्षा विभाग ने बीते मंगलवार को 21 अरब रुपये जारी किए। जिलों की इकाई द्वारा पूर्व में दिए गए पैसों का हिसाब किताब नहीं दिए जाने की वजह से ट्रेजरी लॉक है। दूसरी ओर नियमित शिक्षकों के दो महीने के बकाया वेतन के लिए अब तक राशि स्वीकृत नहीं की गई है। इसे लेकर माध्यमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर पूजा के पहले वेतन राशि जारी करने का आग्रह किया है।

जिन शिक्षकों की वार्षिक आय तीन से पांच लाख रुपये के बीच होगी, उनके वेतन से सेवा कर के रूप में एक हजार रुपये की एकमुश्त कटौती होगी। पांच से दस लाख के वेतनमान वाले शिक्षकों के वेतन से दो …

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भारत ने खोजा सस्‍ते तेल खरीदने का सबसे सरल और आसान तरीका

: क्रूड ऑयल पर ज्‍यादातर वि‍कसित देशों की अर्थव्‍यवस्‍था टिकी है, लेकिन मोनोपली खरीदार देशों की बढ़ रही है. दुनिया के सबसे बड़े तेल आयातकों में शामिल भारत किस देश से तेल खरीदे, किससे नहीं...लगातार अपने विकल्प बढ़ा रहा है. भारत को सर्वाधिक क्रूड बेचने वाले पश्चिम एशिया बाजार में देशों की रैंकिंग भी बदल रही है. कॉन्गो गणराज्य, अंगोला, ब्राजील जैसे देश भी भारत को कच्‍चे तेल की आपूर्ति बढ़ा रहे हैं. लेकिन भारत के लिए अभी सबसे बड़ी चिंता महंगे डॉलर में तेल की खरीदारी करना है, जिसे वह बदलने वाला है. वह अब रुपए में कच्‍चा तेल मंगाने की तैयारी कर रहा है. सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने हाल में ईरान से 12.5 लाख टन कच्चे तेल के आयात के लिए कांट्रेक्‍ट किया है. सूत्रों ने कहा कि भारत और ईरान 4 नवंबर के बाद रुपये में व्यापार पर चर्चा कर रहे हैं. 4 नवंबर से ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध की मियाद शुरू हो जाएगी. ईरान से पहले भी रुपए में होता रहा है कारोबार एक सूत्र ने कहा, 'ईरान तेल के लिए पूर्व में रुपये का भुगतान लेता रहा है वह रुपए का उपयोग औषधि और अन्य जिंसों के आयात में करता है. इस प्रकार की व्यवस्था पर काम जारी है.' अगले कुछ हफ्तों में भुगतान की तस्‍वीर साफ हो जाएगी. सूत्रों के अनुसार इंडियन ऑयल और मैंगलोर रिफायनरी जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की तेल रिफाइनरी कंपनियां तेल आयात के लिए ईरान को भुगतान को लेकर यूको बैंक या आईडीबीआई बैंक का उपयोग कर सकती हैं. भारत की ईरान से करीब 2.5 करोड़ टन कच्चे तेल के आयात की योजना है जो 2017-18 में आयातित 2.26 करोड़ टन से अधिक है. हालांकि वास्तविक मात्रा कम हो सकती है क्योंकि रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी कंपनियां पूरी तरह तेल खरीद बंद कर चुकी हैं. अन्य भी पाबंदी को देखते हुए खरीद घटा रही हैं. महंगे डॉलर के कारण बढ़ रहा आयात पर खर्च जानकारों के मुताबिक भारत के कच्चे तेल के आयात पर खर्च 2018-19 में 26 अरब डॉलर (करीब 1.82 लाख करोड़ रुपये) ज्यादा हो सकता है, क्योंकि रुपए में रिकॉर्ड गिरावट के कारण विदेश से तेल खरीदने के लिए अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं. डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार कमजोर हो रहा है. इससे पेट्रोल, डीजल और कुकिंग गैस (एलपीजी) की कीमत में बढ़ोतरी होगी, जिसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा. आज फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, जानिए क्या है भाव 80% तेल बाहर से मंगाता है भारत भारत अपनी जरूरत का 80 प्रतिशत कच्चे तेल का आयात करता है. उसने 2017-18 में 22.043 करोड़ टन कच्चे तेल के आयात पर करीब 87.7 अरब डॉलर (5.65 लाख करोड़ रुपये) खर्च किया था. वित्त वर्ष 2018-19 में लगभग 22.7 करोड़ टन क्रूड ऑइल के इंपोर्ट का अनुमान है. एक अधिकारी ने बताया, 'हमने वित्त वर्ष की शुरुआत में अनुमान लगाया था कि 108 अरब डॉलर (7.02 लाख करोड़ रुपये) का कच्चा तेल आयात किया जाएगा. इसमें कच्चे तेल की औसत कीमत 65 डॉलर प्रति बैरल मानी गई थी. इसमें एक डॉलर में 65 रुपये का भाव माना गया था.' इसलिए बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल के दाम भारी-भरकम ऑइल इंपोर्ट बिल के चलते भारत का व्यापार घाटा यानी आयात और निर्यात का अंतर बढ़कर जुलाई में 18 अरब डॉलर हो गया था. यह 5 साल में सबसे अधिक है. व्यापार घाटे से चालू खाता घाटा बढ़ता है, जिससे करंसी कमजोर होती है. रुपये में गिरावट से एक्सपोर्टर्स और तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ONGC) जैसे घेरेलू तेल उत्पादकों को लाभ होगा, क्योंकि इन्हें तेल के लिए रिफाइनिंग कंपनियों से डॉलर में पेमेंट लेती हैं. हालांकि, इससे पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ेंगे

 क्रूड ऑयल पर ज्‍यादातर वि‍कसित देशों की अर्थव्‍यवस्‍था टिकी है, लेकिन मोनोपली खरीदार देशों की बढ़ रही है. दुनिया के सबसे बड़े तेल आयातकों में शामिल भारत किस देश से तेल खरीदे, किससे नहीं…लगातार अपने विकल्प बढ़ा रहा है. भारत को …

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भारत-रूस के बीच हुए S-400 समझौते में और कौन था शामिल, जानिए

अमेरिका की चेतावनी के बावजूद भारत ने आखिरकार रूस से एस-400 वायु रक्षा प्रणाली खरीदने के लिए पांच अरब डॉलर के समझौते पर शुक्रवार को हस्ताक्षर किए. इस मिसाइल सिस्टम की डील को लेकर वर्ष 2015 से भारत-रूस के बीच बात चल रही थी. …

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रेलवे ने की दो बड़ी घोषणाएं, रेल यात्रियों के लिए जरूरी सूचना जानिए आप भी….

रेलवे ने की दो बड़ी घोषणाएं, रेल यात्रियों के लिए जरूरी सूचना जानिए आप भी....

 रेलवे की ओर से दो महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं. इनकी जानकारी रेल यात्रियों को होना बेहद जरूरी है. रेलवे की ओर से एक तरफ जहां कंप्यूट्रीकृत अरक्षण प्रणाली में सुधार कार्य के लिए कुछ समय के लिए पीआरएस सिस्टम को …

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CBSE :12वीं बोर्ड की परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए बड़ी राहत,प्रश्न-पत्र का पैटर्न बदला

CBSE :12वीं बोर्ड की परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए बड़ी राहत

 केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के तहत 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले वैसे छात्र जो वर्ष 2019 में बोर्ड परीक्षा देंगे, उनके लिए यह बेहद महत्वपूर्ण खबर है. दरअसल, सीबीएसई ने 12वीं कक्षा के अंग्रेजी के पैटर्न में बदलाल किए हैं. …

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आज हो सकता है पांच राज्यों के असेंबली चुनाव की तारीखों का ऐलान

चुनाव आयोग आज (शनिवार) पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है. आयोग ने दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है, जिसमें ये ऐलान होना संभव है. हालांकि, इससे पहले चुनाव आयोग ने दोपहर 12.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी. राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में इसी साल विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो रहा है, जिसके मद्देनजर इन राज्यों में चुनाव होना तय है. हालांकि, तेलंगाना को लेकर भी चुनाव आयोग घोषणा कर सकता है, क्योंकि वहां की विधानसभा भंग हो चुकी है. प्रेस कॉन्फ्रेंस के समय पर कांग्रेस ने उठाए सवाल चुनाव तारीखों के ऐलान के वक्त में फेरबदल पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर चुनाव आयोग की स्वतंत्रता पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने अजमेर में दोपहर 1 बजे पीएम मोदी की रैली का हवाला देते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने अचानक वक्त बदल दिया है. वहीं, इससे पहले ये सूचना थी कि सोमवार या मंगलवार तक इस संबंध में चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस बुला सकता है और तारीखों की घोषणा कर सकता है. लेकिन आज आयोग ने अचानक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाने की निर्णय लिया है. जिसमें चुनाव की तारीखों का ऐलान होने की उम्मीद की जा रही है. आज भी आयोग की तरफ से पहले दोपहर 12.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई थी, लेकिन बाद में उसे 3 बजे रखा गया. बता दें कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे बड़े राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, जबकि मिजोरम में कांग्रेस सत्ता में है. राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मुख्य रूप से कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही मुकाबला रहता है. आगामी चुनाव के मद्देनजर भी दोनों पार्टियां जमकर चुनाव प्रचार कर रही हैं. वहीं, तेलंगाना में के चंद्रशेखर राव की तेलंगाना राष्ट्र समिति की सरकार थी, लेकिन उन्होंने हाल ही में राज्यपाल से मिलकर विधानसभा भंग करने का फैसला लिया था. अब उम्मीद की जा रही है कि यहां भी प्रस्तावित चार राज्यों के साथ ही चुनाव कराए जा सकते हैं.

चुनाव आयोग आज (शनिवार) पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है. आयोग ने दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है, जिसमें ये ऐलान होना संभव है. हालांकि, इससे पहले चुनाव आयोग ने दोपहर 12.30 बजे …

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भारत में आ रही ‘मुसीबत’, क्या गैस चैंबर बन जाएगी दिल्ली जानिए

दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में इन दिनों सुबह-शाम हल्की ठंड का अहसास होता है, लेकिन यह स्थिति ज्यादा दिनों तक नहीं रहने वाली है। हालांकि, ठंड बढ़ेगी लेकिन प्रदूषण भी हमला बोलने वाला है। मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों में दिल्ली के साथ-साथ उत्तर भारत के कई राज्यों में अंधड़ चलने की आशंका है। बताया जा रहा है कि अरब सागर से उठ रही हवाएं चक्रवात का रूप धारण करने वाली हैं। ऐसी स्थिति में दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में आसमान में दिन में भी अंधेरा छाया रहेगा। इसका असर धरती पर भी पड़ेगा। इससे जहां प्रदूषण बढ़ेगा, वहीं बुजुर्गों और बच्चों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं देखने को मिलेंगी। पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने यूरोपीय मौसम विभाग के हवाले से बताया है कि फिलहाल एंटी साइक्लोन (अंधड़) लक्ष्यदीप में है और इसके पूरे ईरान और पाकिस्तान के बाद उत्तर भारत में आने की आशंका जताई गई है। इस बाबत ईपीसीए भी सक्रिय हो गया है और इसकी जानकारी पर्यावरण मंत्रालय और मौसम विभाग को दी है। माना जा रहा है कि इस बाबत जल्द ही विभिन्न महकमों की बैठक हो सकती है, इसमें इसके प्रभाव की चर्चा होगी। CJI के नाम से बना फर्जी ट्वीटर अकाउंट, दिल्ली के वकील ने पुलिस से की शिकायत यह भी पढ़ें वहीं, ईपीसीए की सदस्य और चर्चति पर्यावरणविद् सुनीता नारायण ने कहा है कि जब धूल भरी हवाओं के आने की आशंका है तो उचित कदम उठाए जाने चाहिए। एक बार मंत्रालय से अनुमति मिल जाए तो उचित कदम उठाए जाएंगे। भारत का हर चौथा व्यक्ति है मनोरोगी, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलतियां यह भी पढ़ें वहीं, मौसम विभाग के मुताबिक, अंधड़ के भारत में 10 अक्टूबर तक पहुंचने की आशंका जताई गई है और इसका प्रभाव तकरीबन एक सप्ताह तक रहेगा। वहीं, ईपीसीए ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर सिस्टम इंडो-गंगा के मैदानी इलाकों में बनेगा। इसके बाद दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में हवा में प्रदूषण का स्तर खराब होगा। दिल्ली में बढ़ा प्रदूषण, कहीं फिर गैस चैंबर न बन जाए इन तीन हत्याओं से 90 के दशक में हिल गया था हिंदुस्तान, दुनिया भर में हुई थी चर्चा यह भी पढ़ें विशेषज्ञों की मानें तो मौसम में बदलाव के साथ अक्टूबर के शुरुआती दिनों में ही दिल्ली-एनसीआर की हवा प्रदूषित होने लगी है। यह प्रदूषण जल्द ही लोगों की मुश्किलें बढ़ाने वाला है। फिलहाल सुबह व शाम के समय प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है और आने वाले दिनों में तो यह समस्या और विकट होने वाली है। कहा जा रहा है कि जल्द ही सरकार और अन्य सहयोगी एजेंसियों की ओर से उचित कदम नहीं उठाए गए तो दिल्ली में फिर गैस चैंबर जैसी स्थिति हो जाएगी। ऐसे में नंवबर, दिसंबर और अगले साल जनवरी भी दिल्ली-एनसीआर के साथ पूरे उत्तर प्रदेश पर भारी पड़ने वाला है। पराली के जलने से दिल्ली समेत कई राज्य के लोग होंगे प्रभावित चांदनी चौक में हवाला से आतंकी को होती थी टेरर फंडिंग, जानें- क्या है J&K कनेक्शन यह भी पढ़ें विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ दिनों बाद ही धान की कटाई जोर पकड़ने वाली है। ऐसे में 15 से 17 अक्टूबर के बीच जब पराली जलने का सिलसिला रफ्तार पकड़ेगा तो दिल्ली की हवा पर और अधिक असर पड़ने की आशंका है। पिछले कुछ सालों के दौरान दिल्ली-एनसीआर के लोग ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। Air India को घाटे से उबारने को वसंत विहार में फ्लैट व सीपी में ऑफिस बनाएगा NBCC यह भी पढ़ें पिछले साल तो पराली ने दिल्ली, राजस्थान और यूपी तक अपना असर दिखाया है। इन राज्यों में हवा में प्रदूषण का स्तर खतरनाक पहुंच गया था, तो दिल्ली गैस चैंबर में तब्दील हो गई थी। रेलवे के 40 हजार पुराने डिब्बों का होगा कायाकल्प, जानें- क्या होगी ‘उत्कृष्ट’ डिब्बों की खूबी यह भी पढ़ें वहीं, एजेंसियों की तमाम कोशिश जारी है, बावजूद इसके दिल्ली का एयर इंडेक्स अक्टूबर की शुरुआत में ही खराब स्तर को छूने लगा है। सीपीसीबी के एयर बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली का एयर इंडेक्स 201, भिवाड़ी का 298, गुरुग्राम का 292, फरीदाबाद का 206, गाजियाबाद का 248, ग्रेटर नोएडा का 202 और नोएडा का 257 दर्ज हुआ। ईपीसीए और सीपीसीबी ने इस साल करीब एक महीने पहले यानी सितंबर की शुरुआत में ही प्रदूषण से निपटने की तैयारियां शुरू कर दी थीं। अक्टूबर दिल्ली-एनसीआर को करता रहा है परेशान हवाई यात्रियों के लिए जरूरी खबरः IGI का एक रनवे 13 दिन रहेगा बंद, 1300 फ्लाइटें रद यह भी पढ़ें अक्टूबर में पिछले तीन सालों से दिल्ली में प्रदूषण की समस्या बढ़ रही है। यह सिलसिला इस बार भी जारी है। अक्टूबर 2015 में बेहद खराब स्तर के 9 दिन, 2016 में 4, 2017 में 14 दिन मिले, वहीं, खतरनाक स्तर के प्रदूषण की बात करें तो 2015 में यह नहीं था। वर्ष 2016 में 3 और 2017 में एक दिन इस स्तर का प्रदूषण दिल्ली ने झेला। वहीं खराब स्तर के 2015 में 7, 2016 में 20 और 2017 में 10 दिन दिल्ली ने झेले। दिल्ली में इस साल अब तक 4 में से दो दिन खराब स्तर का प्रदूषण रहा है। संकट में है दुनिया, धरती का तापमान बढ़ने से 2050 तक पिघल जाएंगे ग्लेशियर यह भी पढ़ें 10 दिन बाद गर्मी को बाय-बाय दिल्ली में अगले दस दिनों में गर्मी अलविदा कह देगी। सुबह-शाम के तापमान में भी फर्क महसूस होगा। दुर्गा पूजा और दशहरे का त्योहार भी सुहावने मौसम में मनेगा। 10 से 12 अक्टूबर के दौरान हल्की बारिश भी हो सकती है। अधिकतम तापमान 35-36 से लुढ़ककर 31-32 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच जाएगा, जबकि न्यूनतम तापमान 20 डिग्री के आसपास रहेगा। स्काईमेट वेदर के अनुसार, अरब सागर पर मौसमी सिस्टम विकसित हो रहा है। यह सिस्टम अगले कुछ दिनों में चक्रवाती तूफान लुबान का रूप लेगा। इसके साथ ही उत्तर भारत के पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखेगा। दोनों सिस्टम एक-दूसरे के पूरक बनकर मौसम में बदलाव लाएंगे। लुबान आ रहा राहत लेकर अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में दिल्ली-एनसीआर के साथ उत्तर भारत में प्रदूषण परेशान करेगा, लेकिन दिल्ली और उत्तर भारत के कई इलाकों में दोपहर के समय लोगों को गर्मी से राहत दिलवाने के लिए 'लुबान' आ रहा है। अरब सागर पर एक मौसमी सिस्टम विकसित हो रहा है। यह सिस्टम अगले कुछ दिनों में चक्रवाती तूफान 'लुबान' का रूप लेगा। इसके साथ ही उत्तर भारत के पहाड़ों पर वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर भी दिखाई देगा। दोनों सिस्टम एक दूसरे के पूरक बनेंगे और इसकी वजह से पहाड़ों और मैदानी भागों के मौसम पर काफी असर पड़ेगा। विशेषज्ञों के मुताबिक, फारस की खाड़ी से लुबान नाम का तूफान चक्रवात मे तब्दील होकर सम्पूर्ण उत्तर भारत को गर्मी से राहत दिलाएगा।

दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में इन दिनों सुबह-शाम हल्की ठंड का अहसास होता है, लेकिन यह स्थिति ज्यादा दिनों तक नहीं रहने वाली है। हालांकि, ठंड बढ़ेगी लेकिन प्रदूषण भी हमला बोलने वाला है। मौसम विभाग की मानें तो अगले …

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गौरक्षा के लिए मुस्लिमों को भी आगे आना चाहिए: रामदास अठावले

 केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने शुक्रवार को कहा कि कुछ मुस्लिमों को ‘गौरक्षा’ के नाम पर अत्याचार झेलना पड़ा. उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों से हिन्दुओं द्वारा पूजी जाने वाली गाय के संरक्षण के लिए आगे आने का अनुरोध किया. …

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