हस्तरेखा ज्योतिष की सहायता से हथेलियों पर बनी रेखाओं से व्यक्ति के पूरे जीवन में होने वाली कई महत्वपूर्ण बातों के बारे में मालूम किया जा सकता है। हथेली पर कई तरह की रेखाएं बनती हैं जिसमें जीवन रेखा, भाग्य …
Read More »कठिन परिश्रम के बाद भी नहीं मिलता फल तो पान के पत्ते से करें ये…काम
जीवन में कठिन परिश्रम के बाद भी अगर व्यक्ति को उसकी मेहनत का उचित फल नहीं मिलता है तो उसके मन में निराशा और दुख पैदा होता है। ऐसे में आप पान के पत्तों के कुछ असरदार उपाय या कहें …
Read More »क्यों मंदिर में प्रवेश करते ही बजाते हैं घंटी जाने ये…कारण
किसी भी शुभ काम करने या मंदिर में प्रवेश करते समय हम घंटी बजाते हैं। इसे हिंदू धर्म में बहुत शुभ माना जाता है। इससे सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। माना जाता है कि रोजाना पूजन के समय घंटी बजाने से …
Read More »उत्तर भारत में खरमास की मान्यता ज्यादा: धर्म
वैदिक संस्कृति मे खगोलीय गणना के आधार पर तिथि और त्यौहारों को मनाया जाता है। शुभ- अशुभ का ज्ञान भी इसी आधार पर किया जाता है। भारतीय पंचाग के अनुसार एक वर्ष में 12 मास होते हैं। इस दौरान खरमास …
Read More »आपने कभी नहीं पढ़े होंगे श्री हनुमान के यह 3 रहस्य
आप सभी को बता दें कि भगवान हनुमान रमायण के एक महाशक्तिशाली योद्धा थे जिन्होंने रामायण युद्ध में कई असुरों और दानवो का अंत कर दिया था. ऐसे में आज हनुमान जी के तीन ऐसे सच बताएंगे जिनको आप नहीं …
Read More »जानिए अनसुनी कथा,इस राक्षस से बचने के लिए गुफा में छिप गए थे भोलेनाथ
आप सभी को बता दें कई भगवान शिव को भोलेनाथ इसलिए कहा गया क्योंकि वो बड़े ही आसानी से प्रसन्न हो जाते हैं और उनसे अपनी बात मनवाना बहुत ही आसान है. इसी के साथ देवता हों या फिर राक्षस …
Read More »यहाँ जानिए आखिर क्यों ब्राह्मण होते हुए भी परशुराम का था क्षत्रियों सा स्वभाव
आप सभी को बता दें कि वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया को परशुराम का जन्म हुआ था और कहा जाता है इन्हें भगवान श्री राम का ही एक स्वरूप मानते हैं. जी हाँ, ऐसे में वैशाख मास की शुक्ल पक्ष …
Read More »क्या हुआ था तब जब बाली के सामने आ गए थे महाबली हनुमान?
हम सभी ने सुना है कि राजा बाली ऐसे थे कि उनके सामने कोई भी आता था तो उसकी आधी शक्ति सामने वाले के शरीर में चली जाती थी. ऐसे में आज हम बताने जा रहे हैं कि तब क्या …
Read More »रामभक्त हनुमान ने लिखी थी पहली रामायण लेकिन इस कारण फेंक दी थी सागर में
हनुमान जी को शिवावतार या रुद्रावतार भी मानते हैं. ऐसे में रुद्र आंधी-तूफान के अधिष्ठाता देवता भी हैं और देवराज इंद्र के साथी भी. इसी के साथ विष्णु पुराण के मुताबिक़ रुद्रों का उद्भव ब्रह्माजी की भृकुटी से हुआ था …
Read More »मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन मात्र से सभी तरह के संकट काट जाते
राजस्थान के दौसा जिले में मेहंदीपुर नामक एक पावन स्थान है। इस स्थान पर हनुमान जी अपने बाल रूप में विराजमान हैं। मेहंदीपुर बालाजी में हनुमान जी प्रधान देव हैं और श्री भैरव बाबा और श्री प्रेतराज सरकार बालाजी महाराज …
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