उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना ने एक बार फिर भाजपा पर हमला बोला। उसने कहा कि वह सिर्फ 37 दलों का गठबंधन नहीं है। तीन और संस्थान भाजपा की सेवा में लग गई हैं। इसके अलावा उज्जैन कांड को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
दरअसल, उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी पत्रकारों के सवाल का जबाव दे रही थी। पत्रकारों ने पूछा था कि सीबीआई द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास के निर्माण और नवीनीकरण में कथित अनियमितताओं की प्रारंभिक जांच दर्ज करने पर उनका क्या कहना है?
भाजपा के चुनावी टूल
इस पर प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि इनका सिर्फ 37 दलों का गठबंधन नहीं है, इनके साथ तीन और संस्थान हैं। ईडी, सीबीआई और आईटी कुछ महत्वपूर्ण स्वतंत्र एजेंसियां थीं, जो आज भाजपा की सेवा में लग गई हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के चुनावी टूलकिट में ये तीन एजेंसियां हैं। अगर विपक्ष का कोई नेता अपनी आवाज उठाता है, तो वह उसे बेबुनियाद आरोप में फंसा देते हैं।
शिवसेना सांसद ने कहा कि यह लोग विपक्ष के नेता पर कुछ भी आरोप लगा देते हैं, जो सिद्ध भी नहीं हो सकते। आरोप लगाने के बाद कानूनी प्रक्रिया शुरू कर देते हैं। यह कुछ नही है। पहले ईडी फिर सीबीआई। यह बस चुनावी टूल हैं।
उन्होंने कहा, “मैं स्पष्ट तौर पर कहती हूं कि अगले साल जब हमारी सरकार आएगी तब हम दोबारा इन एजेंसियों को स्वतंत्र करेंगे।”
इंसानियत हो रही खत्म
उन्होंने उज्जैन में नाबालिग के दुष्कर्म पर कहा कि यह मामला सिर्फ दुष्कर्म का नहीं है। यह मामला जिस तरह से इंसानियत खत्म हो रही है लोगों में वो दिखाता है। 12 साल की बच्ची दो घंटे तक मदद मांगती, लेकिन कोई आगे मदद नहीं करता है।
उन्होंने कहा कि कुछ मंदिर के पुजारी बच्ची की मदद करते है। यह दिखाता है कि हम इतने असंवेदनशील और अमानवीय हो गए हैं कि हम एक छोटी लड़की की मदद के लिए आगे नहीं आ रहे हैं, जिसके साथ क्रूर अपराध हुआ है। उन्होंने कहा कि मामला फास्टट्रैक कोर्ट में जाना चाहिए। आरोपियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए।