रिलायंस जियो टेक्नोलॉजी के सेक्टर में लगातार अपनी मजूबत पोजिशन बना रहा है। मौजूदा वक्त में जियो की ओटीटी और टेलिकॉम सेक्टर में अच्छी पकड़ है, लेकिन टेलिविजन सेक्टर में और आर्टिफिशियल जैसे सेक्टर में पीछे है, लेकिन अब मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी जियो इन दोनों सेक्टर पर फोकस कर रही है। इसकी जिम्मेदारी रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश अंबानी संभाल रहे हैं। आकाश अंबानी आईआईटी मुंबई के साथ मिलकर ‘भारत जीपीटी’ शुरू करने की योजना पर काम कर रहे हैं जो चैटजीपी जैसे टूल को जोरदार टक्कर दे सकती है।
Bharat GPT की जल्द लॉन्चिंग
आकाश अंबानी ने बताया कि वो जियो के नेक्स्ट जनरेशन प्रोग्राम Jio 2.0 पर काम कर रहे हैं, जिसके तहत जियो टेलीविजन के लिए एक ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च करने जा रहा है। बता दें कि अभी तक टेलीविजन में गूगल एंड्रॉइड सिस्टम के साथ एलजी वेबओएस जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम प्लेटफॉर्म मौजूद हैं। जिसके टक्कर में जियो टीवी एंड्रॉइड सिस्टम लॉन्च करने की तैयारी है। साथ ही कंपनी Bharat GPT शुरू करने जा रही है।
क्यों पड़ी BharatGPT की जरूररत
बता दें कि ChatGPT बनाने वाले OpenAI के सीआईओ सैम ऑल्ट मैन भारत दौरे पर थे, उस वक्त उन्होंने कहा था कि भारत जैसे देश के लिए चैटजीपीटी जैसा टूल बनाना असंभव है। अगर वो ऐसा करता हैं, तो पक्का इसमें फेल होगा। हालांकि अब जियो की तरफ से ChatGPT की टक्कर में BharatGPT लॉन्च किया जा रहा है, जो एक तरह से सैम ऑल्टमैन को आईना दिखाना जैसा होगा।
आकाश अंबानी की दलील
आकाश अंबानी की मानें, तो लैंग्वेज मॉडल और जेनरेटिव AI प्रोडक्ट सर्विस सेक्टर में बड़ा बदलाव ला सकती है। उन्होंने कहा कि इससे मीडिया सेक्टर के साथ ही कॉमर्स, संचार और टेक्नोलॉजी के हिलाज से काफी फायदा होगा। अंबानी की मानें, तो जियो टीवी के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च पर लंबे वक्त से काम कर रहा है। पर काम कर रहे हैं और हम इस बारे में व्यापक रूप से सोच रहे हैं कि इसे कैसे लॉन्च किया जाए.”