आगामी वर्ल्ड कप को लेकर बीसीसीआइ ने खिलाड़ियों को ये निर्देश दिया है कि वो आइपीएल के दौरान भी फिटनेस प्लान का पालन करें जिससे अनावश्यक ब्रेकडाउन और चोट से बचा जा सके। खिलाड़ियों के लिए ये प्लान नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) द्वारा तैयार किया गया है। ये निर्देश सभी फ्रेंचाइज के खिलाड़ियों पर लागू होगा।
बीसीसीआई ने आइपीएल के सभी टीमों को बता दिया है कि फिटनेस मैनेजमेंट में इस बार एनसीए का डायरेक्ट रोल रहेगा। एनसीए के हेड वीवीएस लक्ष्मण उन खिलाड़ियों की फिटनेस को मानिटर करेंगे जो आगामी टी20 वर्ल्ड कप और 2023 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप खेलेंगे। बीसीसीआइ सचिव जय शाह ने कहा है कि इसका उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी फिट रहे और अंतर्राष्ट्रीय मैचों में सेलेक्शन के लिए उपलब्ध रहे।
बीसीसीआइ फिटनेस को लेकर सख्त क्यों है?
दो साल पहले जब रोहित शर्मा ने टी20 और वनडे से हैमस्ट्रिंग इंजरी के कारण ब्रेक लिया और एक दिन बाद ही वे आइपीएल के फाइनल में उतरे तो कई तरह के सवाल उठे थे। यहां तक कि हार्दिक पांड्या के फिटनेस को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई थी जब वे अपनी सर्जरी के बाद लौटे थे। इस कारण टी20 वर्ल्ड कप में उन्होंने गेंदबाजी भी कम किया था। बीसीसीआइ भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए इस फिटनेस प्लान पर काम करना चाहती है।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए जय शाह ने कहा “हम चाहते हैं कि द्विवपक्षीय सीरीज या कोई भी अंतर्राष्ट्रीय मैच से पहले हमारे खिलाड़ी पूरी तरह से फिट रहे। एनसीए में हमारा फिटनेस कैंप है और आगे भी इस तरह के कैंप लगाए जाएंगे”
टीन इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने कहा “आप 10 महीने भारत के लिए खेलते हैं केवल 2 महीने आइपीएल में खेलते हैं। ऐसे में जब फिटनेस की बात आती है तो एनसीए और सपोर्ट स्टाफ पर भरोसा करें। कुछ खिलाड़ियों ने अपनी चिंता जताई है कि आइपीएल टीम के फीजियो और ट्रेनर इस पर क्या प्रतिक्रिया देंगे। खिलाड़ी इसकी चिंता न करें बीसीसीआइ इन मुद्दों को संभाल लेगी”