बिहार विधानसभा चुनाव में तीसरे चरण के लिए धुआंधार प्रचार किया जा रहा है. मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब मधुबनी के हरलाखी विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे, तो उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा. जब नीतीश रैली को संबोधित कर रहे थे, तब उन पर प्याज और पत्थर का टुकड़ा फेंका गया.
इस दौरान पत्थर फेंकने वाले शख्स ने लगातार नारेबाजी की और कहा कि शराब खुलेआम बिक रही है, तस्करी हो रही है लेकिन आप कुछ नहीं कर पा रहे हैं.
इसी बीच नीतीश कुमार के सुरक्षाकर्मियों ने उस शख्स को रोकने का प्रयास किया, लेकिन नीतीश कुमार कहते नज़र आए कि फेंकने दो, जितना फेंकना है फेंकने दो.
इतना कहते ही नीतीश कुमार ने अपने संबोधन को आगे बढ़ाया, नीतीश ने कहा कि हम इसलिए कह रहे हैं कि सरकार आने के बाद रोजगार का अवसर पैदा होगा और किसी को बाहर नहीं जाना पड़ेगा. नीतीश बोले कि जो आज सरकारी नौकरी की बात कर रहे हैं, जब वो सत्ता में थे तो कितने लोगों को रोजगार दिया तब तो काफी वक्त तक बिहार-झारखंड एक ही था.
पहले भी हो चुका है विरोध-
आपको बता दें कि इस बार चुनाव प्रचार के दौरान नीतीश कुमार को कई बार विरोध का सामना करना पड़ा है. कई रैलियों में नीतीश कुमार के सामने ही उनके खिलाफ नारेबाजी की गई है, जबकि खुद नीतीश ने भी नारेबाजी करने वाले लोगों को टोका है.
मुजफ्फरपुर की रैली में भी नीतीश के सामने ही कुछ लोगों ने लालू यादव जिंदाबाद के नारे लगाए थे, तब मंच से ही नीतीश ने कहा था कि जिसके जिंदाबाद के नारे लगा रहे हो उसे ही सुनने जाओ, यहां क्यों आए हो. इसके अलावा कुछ जगहों पर नीतीश को काला झंडा दिखाया गया था.
गौरतलब है कि बिहार में आज ही दूसरे चरण के लिए 17 जिलों की कुल 94 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है. सीएम नीतीश कुमार ने भी मंगलवार पटना में मतदान किया, जिसके बाद वो तीसरे चरण के लिए प्रचार करने निकल गए.