कर्नाटक में कुछ ही महीनों बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कटील ने मैसूर शासक रहे टीपू सुल्तान को लेकर विवादित बयान दिया है। वहीं, अब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने उनके बयान पर पलटवार किया है।
Asaduddin Owaisi की चुनौती
दरअसल, कटील ने बुधवार को कहा था कि टीपू सुल्तान से प्यार करने वाले लोगों को यहां नहीं रहना चाहिए। कटील के विवादित बयान पर ओवैसी ने उन पर पलटवार किया है। ओवैसी ने कटील को चुनौती भी दी है। उन्होंने गुरुवार को कहा, “मैं टीपू सुल्तान का नाम ले रहा हूं, देखता हूं आप क्या करते हैं। क्या कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष ने जो कहा है उससे पीएम सहमत हैं? यह हिंसा, हत्या और नरसंहार का खुला आह्वान है। क्या कर्नाटक में भाजपा सरकार इसके खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी? यह नफरत है।”
कैसे शुरू हुआ विवाद?
बता दें कि पूरा विवाद नलिन कुमार कटील के एक बयान से शुरू हुआ था। नलिन कुमार बुधवार को कोप्पल जिले के येलबुर्गा में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, “हम भगवान राम और हनुमान के भक्त हैं। हम टीपू के वंशज नहीं हैं, हमने उनके वंशजों को वापस भेज दिया। मैं येलबुर्गा के लोगों से पूछता हूं, क्या आप हनुमान की पूजा करते हैं या टीपू के भजन गाते हैं? टीपू के भजन गाने वालों को भगाओगे?”
उन्होंने ये भी कहा था, “सोचिए कि इस राज्य को टीपू के वंशज चाहिए या भगवान राम और हनुमान के भक्तों के? मैं हनुमान की भूमि पर चुनौती देता हूं। टीपू से प्यार करने वाले यहां न रहें, जो लोग भगवान राम के भजन गाते हैं और भगवान हनुमान को मनाते हैं वे यहां रहें।”